स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सैनिक कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के युग में शिक्षा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। डॉ. शांडिल आज सोलन ज़िला के वाकनाघाट स्थित बाहरा विश्वविद्यालय में ‘सितारे हिमाचल के सम्मान 2024’ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस समारोह का लक्ष्य उज्जवल युवाओं से जुड़ना और एक रचनात्मक समाज को बढ़ावा देना है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि अच्छी शिक्षा प्राप्त कर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं तथा अपनी संस्कृति को भी संजोए रखने में अपना बहुमूल्य सहयोग दें। उन्होंने आयोजकों का आभार जताते हुए कहा कि मेधावी विद्यार्थियों को बेहतर मंच प्रदान कर भविष्य में अन्य विद्यार्थियों के लिए भी एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
डॉ. शांडिल ने कहा कि शिक्षा के महत्व को समझें और छोटे-छोटे लक्ष्य निर्धारित कर, इनकी प्राप्ति के लिए अपना रोड़ मैप बनाकर आगे बढ़ने का निरंतर प्रयास करते रहें। उन्होंने कहा कि आज के पुरस्कार विद्यार्थियों के लिए अंतिम पड़ाव नहीं है बल्कि यह एक बेहतर भविष्य का आरम्भिक पढ़ाव है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है। इस दिशा में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों की स्थापना एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि डे बोर्डिंग स्कूलों में प्रदेश के विद्यार्थी विश्व स्तरीय गुणात्मक शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को स्वरोज़गार प्रदान करने के उद्देश्य से व्यावसायिक व भविष्योन्मुखी पाठ्यक्रम आरम्भ किए जा रहे हैं।
डॉ. शांडिल ने कार्यक्रम में सोलन व शिमला ज़िला के 70 स्कूलों के लगभग 450 मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर जोगिन्द्रा बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष शिव कुमार, ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, नगर निगम सोलन के पार्षद विजय ठाकुर तथा रजत थापा, उपमण्डलाधिकारी (ना.) कण्डाघाट सिद्धार्थ आचार्य, बाहरा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जी.एस. बाहरा, कुलपति डॉ. एस.एस. सहगल, महानिदेशक डॉ. आर.एस. भगत, उप निदेशक उच्च शिक्षा जगदीश सिंह नेगी, खबर अभी-अभी के मुख्य संपादक मुनीष कुमार,रिपोर्टर हिमानी कश्यप तथा साक्षु सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।