हिमाचल प्रदेश में बारिश ने तबाही मचाई हुई है। कुल्लू, मंडी, लाहौल-स्पीति व चंबा जिले में बादल फटे है। बादल फटने से भारी तबाही हुई है। कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बादल फटने से 50 लोग अभी लापता हैं। अब तक पांच शव बरामद हुए हैं। इनमें से तीन मंडी व दो बागीपुल क्षेत्र से बरामद हुए हैं। बादल फटने से करीब चार पुल व 15 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंडी जिले में 35 लोग सुरक्षित बचाए गए हैं। बादल फटने की घटना के बाद मंडी के पधर के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं। डीसी ने आदेश जारी किए हैं। कुल्लू में भी सभी शिक्षण संस्थान 2 अगस्त के लिए बंद कर दिए गए हैं।
चौहार घाटी के दुर्गम गांव राजवन में बुधवार रात करीब 12:00 बजे बादल फटने के बाद तबाही मच गई। पानी व मलबे की चपेट में आकर तीन घर बह गए। इस त्रासदी में तीन घरों में मौजूद 12 लोग लापता हो गए। हालांकि, बाद में दो घायल अवस्था में मिले। जबकि तीन लोगों के शव बरामद हुए हैं। सात लोग अभी भी लापता हैं। डीसी अपूर्व देवगन और रेस्क्यू टीमें पैदल ही प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना की गईं। मौके पर मौजूद स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है। सड़कें और रास्ते टूटने के कारण घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कत आ रही है।
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सीएम ने अधिकारियों के साथ की बैठक
बादल फटने की घटना से प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए अब मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू शुक्रवार को हेलीकॉप्टर के से रवाना होंगे। गुरुवार को खराब मौसम के चलते उड़ान नहीं हो पाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक की सूचना के अनुसार 50 लोग लापता हैं। अधिकारियों के साथ बैठक ली है। राजस्व मंत्री से संपर्क में हैं। हिमाचल के लोगों से अनुरोध कि वे नदी-नालों के किनारे न जाएं। एयरफोर्स को भी तैयार रहने को कहा है। कहा कि सभी अधिकारी जायजा ले रहे हैं। राजस्व मंत्री के साथ मौके के लिए रवाना हुए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई है। उन्होंने एनडीआरएफ की दो टीमें भेजने को कहा है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी बात हुई है। प्रदेश की स्थिति नियंत्रण में है। जान-माल की क्षति हुई है। हम इस चुनौती को युद्ध की तरह लड़ रहे हैं। केंद्र से आग्रह किया कि आपदा में मदद करें।