भारी बारिश ने अब मैदानी इलाकों में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। पंजाब के सीमावर्ती इलाके जेजों के पास रविवार को खड्ड के तेज बहाव में बही गाड़ी में सवार दो सगी बहनों की मौत हो गई, जबकि तीसरी बहन लापता है। दो बहनों के शव बरामद हो चुके हैं। तीनों बहनें रविवार को अपने परिवार के साथ बड़े चाव के साथ रिश्तेदारी में विवाह समारोह में जाने को निकलीं थीं। बताया जा रहा है कि हादसे में लापता भटोली निवासी सुरिंद्र कौर उर्फ शीनू के पति विदेश में रहते हैं। वह अपनी दो बेटियों अमानत, भावना तथा बेटे हर्षित के साथ उसी गाड़ी में सवार थी, जो हादसे का शिकार हुई। बताया जा रहा है कि परमजीत और पलविंदर की शादी देहलां में दो सगे भाइयों से हुई थी।
तीसरी बहन शीनू की शादी साथ लगते गांव भटोली में हुई थी। तीनों का आपस में काफी लगाव था। अकसर एक साथ आया-जाया करती थीं। किसी को क्या पता था कि रविवार का दिन उन तीनों के लिए आखिरी होगा। इस हादसे में परमजीत के साथ उसका पति सुरजीत सिंह, बेटा गगन कुमार बह गया। जबकि बेटे दीपक को बचा लिया गया। वहीं, पलविंदर कौर, उसका पति रामस्वरूप व बेटा नितिन, तीसरी बहन शीनू के साथ उसके तीन बच्चे गाड़ी के साथ ही बह गए। खड्ड के तेज बहाव का कार चालक कुलविंदर सिंह अंदाजा नहीं लगा पाया और खड्ड को पार करने की जल्दबाजी तीन परिवारों को निगल गई। खुद चालक कुलविंदर निवासी वार्ड नंबर दो देहलां भी इस दर्दनाक हादसे का शिकार हो गया।
गाड़ी में जगह न होने से लौट गईं सुरजीत की दो बेटियां
बताया जा रहा है कि सुरजीत की दो बेटियां भी इस शादी समारोह में शामिल होने जा रही थीं। लेकिन गाड़ी में जगह न होने के चलते वह टाहलीवाल यह कहकर लौट गईं कि वह किसी दूसरी गाड़ी से आ जाएंगी। इस दर्दनाक हादसे पर सदर विधायक सतपाल सत्ती, पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, ब्लॉक अध्यक्ष रविंद्र सहोड़, महिला कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष सीमा शर्मा, शिवसेना के प्रांतीय अध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ठ ने गहरा शोक जताया है।
जेजों वासियों ने जान की बाजी लगा बचाया दीपक
जेजों में रविवार सुबह 10 बजे हुए दर्दनाक हादसे में जिला ऊना के नौ लोगों की मौत हो गई और दो लापता हैं। इस हादसे में पानी के तेज बहाव की चपेट में आए कार सवार देहलां और भटोली के तीन परिवारों को बचाने के लिए स्थानीय लोगों ने पूरी जान लगा दी। इस कोशिश में उन्होंने 22 साल के युवक दीपक को बचाने में सफलता हासिल की। लेकिन अन्य 11 लोगों को तमाम प्रयासों के बावजूद बचा नहीं पाए। स्थानीय लोगों ने बताया कि बरसात के दिनों में जब खड्ड अपने रौद्र रूप में होती है तो हम उसे देखते आते हैं। रविवार को स्थानीय लोग खड्ड के किनारों पर खड़े थे। एक लोडर आया और उसके पीछे इनोवा गाड़ी थी। लोडर सड़क पर सीमेंट के बने कॉजवे को पार करने लगा।
लोडर भारी वाहन है तो वह पानी को पार कर गया। इसके पीछे इनोवा कार चालक ने भी पानी को पार करने की कोशिश की। वहां खड़े लोगों ने चिल्लाकर कार चालक को रुकने के लिए कहा। लेकिन वह आगे बढ़ गया। कुछ ही क्षणों में कार पानी की चपेट में आ गई और कॉजवे से खड्ड में गिर गई। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उन्हें बचाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए। जेसीबी को बुलाया गया और रस्सियां भी मंगवाईं। लेकिन कार पलटी खाने लगी और उसने सवार बच्चे बाहर गिरे। लोग भी कार का पीछा करते हुए भागे और पानी में बहते दीपक को पकड़ लिया। लेकिन अन्य लोगों को नहीं बचा पाए। देहलां लोअर के प्रधान राहुल मेनन व अपर देहलां के प्रधान राजेंद्र कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य में सहयोग किया। तहसीलदार ऊना शिखा राणा ने कहा कि इस दुखद हादसे में प्रशासन पीड़ित परिवारों के साथ है।