हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के उपमंडल घुमारवीं की कुमझवाड़ पंचायत के पलेला गांव में तीन मंजिला स्लेट पोश कच्चा मकान ढह गया। मलबे में बुजुर्ग पति-पत्नी दब गए। गनीमत रही कि ग्रामीणों ने उन्हें समय रहते मलबे से बाहर निकाल लिया। दंपती का उपचार जिला अस्पताल बिलासपुर में चल रहा है। वहीं मकान की धरातल मंजिल में बांधी गई सात बकरियां मलबे में दब कर मर गईं। मंगलवार रात को पलेला गांव के तोता राम और उनकी पत्नी बर्फी देवी अपने कच्चे मकान की तीसरी मंजिल स्थित रसोई में मौजूद थे।
अचानक मकान अंदर से भरभरा कर ढह गया। जोरदार आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने मलबे में दबे दंपती को बाहर निकाला और एंबुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल पहुंचाया। मकान की धरातल मंजिल स्थित पशुशाला में सात बकरियां थीं और बीच की मंजिल में सामान रखा था, लेकिन सब मलबे में दब गया। बुधवार को तहसीलदार घुमारवीं दीनानाथ यादव, पटवारी पवन कुमार, पंचायत प्रधान रेखा ठाकुर, उपप्रधान रतन सिंह, जिला परिषद सदस्य बेली राम ने मौके का निरीक्षण किया।