22 अगस्त 2024 यानि आज गुरुवार को देशभर में ईडी कार्यालयों के सामने कांग्रेस बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रही है। इसी कड़ी में राजधानी शिमला में कांग्रेस ने ईडी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता और ठियोग से विधायक कुलदीप राठौर मौजूद रहे। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पार्लियामेंट में भी यह बात कही और राहुल गांधी ने बार-बार इस बात को कह रहे हैं कि सारा बिजनेस देश का आज एक व्यक्ति के हाथ में चला गया है। अदाणी जी इसका जवाब क्यों नहीं देते? बार बार प्रधानमंत्री से भी कहा गया कि आप आकर इस इशू को एड्रेस करो। इसके ऊपर अपनी बयानबाजी करो। तब हमको पता लगेगा कि क्यों यह हो रहा है
प्रतिभा सिंह ने कहा कि अब तो हिंडनबर्ग ने भी इसमें अपना बयान जारी किया है और उन्होंने कहीं ना कहीं शंका जताई है कि यह जो अदाणी को बिजनेस दिया जा रहा है यह बैकफुट में बीजेपी या मोदी सरकार इसके पीछे है और जो इतना बड़ा घोटाला, कितना लाखों करोड़ों अरबों में यह पैसा जा रहा है और उसी तरह से इसकी रिपोर्ट जो आई है उससे हमने यह मांग की है कि दोबारा से एक ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी बिठाई जाए, इसकी जांच हो और जो दूध का दूध पानी का पानी होना चाहिए और इसलिए हमें हमारी यह मांग है पर बार बार मोदी सरकार इस बात को नजरअंदाज कर रही है। वह हमारी बात को नहीं सुन रही। यह जब नौबत आई तब हम आज यह ईडी के बाहर हमने यह प्रदर्शन करने की आवश्यकता समझी
प्रतिभा सिंह ने कहा कि आज पूरे देश में यह कॉल दी गई है और हम देखते हैं कि इसका क्या असर होगा। फिर अगली कॉल उसके मुताबिक ली जाएगी। यह आज की बात नहीं है। यह तो हम कब से देख रहे हैं? जब से मोदी की सरकार है, तब से हम देख रहे हैं कि जहां इनको थोड़ी शंका होती है, इनको अपोजिशन लगता है कि अपोजिशन अपनी आवाज उठाएगी। उनके ऊपर चाहे ईडी सीबीआई है, चाहे इनकम टैक्स है, उनके रेड डलवाए जाते हैं, उनको डराया धमकाया जाता है। यह बात तो तब से चली हुई है और हम इसी बात को बार-बार दोहरा रहे हैं कि इसकी निष्पक्ष जांच हो और इसके बारे में बात सामने आए।
वहीं, कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप राठौर ने कहा कि सेबी चेयरमैन का जो रोल है वह संदेह के घेरे में है जो 20,000 करोड़ रुपये सेल कंपनी के माध्यम से अदाणी के कंपनी में गया है उसकी निष्पक्षता से जांच हो, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। हमारी मांग है कि सेबी की चेयरमैन को तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र देना चाहिए।