पवित्र मणिमहेश यात्रा के दौरान राधाष्टमी का शाही स्नान 10 सितंबर रात 11 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगा। शाही स्नान बुधवार रात 11 बजकर 47 मिनट पर खत्म होगा। इस दौरान लाखों श्रद्धालु शुभ मुहूर्त में डलझील में आस्था की डुबकी लगाएंगे। राधाष्टमी स्नान के दौरान पवित्र मणिमहेश में पूरी रात जागरण होगा। आस्था की डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालु लौटाना शुरू करते हैं। राधाष्टमी स्नान के बाद पवित्र मणिमहेश यात्रा का अधिकारिक तौर पर समापन हो जाएगा।
इस बार 26 अगस्त से जन्माष्टमी स्नान शुरू होने के बाद मणिमहेश यात्रा का अधिकारिक तौर पर शुभारंभ हुआ था। प्रदेश भर में सबसे लंबी अवधि तक चलने वाली यात्रा के दौरान जन्माष्टमी स्नान में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। इस बार जन्माष्टमी स्नान में पहले की अपेक्षा करीब डेढ़ लाख लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। यहां तक कि प्रशासन भी इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की आवाजाही देख अब राधाष्टमी स्नान को लेकर बेहतर व्यवस्था करने में जुटा है।
प्रशासनिक तैयारी पूरी
मणिमहेश यात्रा में पंजाब, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ से भी काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने बताया कि राधाष्टमी के स्नान को लेकर प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। श्रद्धालु मौसम को ध्यान में रखकर आवाजाही करें।