शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि बाहरी राज्यों में प्रतिनियुक्ति पर डटे शिक्षकों और गैर शिक्षकों को नोटिस जारी किए जाएंगे। शिक्षा मंत्री ने कई वर्षों से बाहरी राज्यों में डेपुटेशन पर गए शिक्षकों, अधिकारियों का रिकॉर्ड तलब किया है। ऐसे शिक्षकों, अधिकारियों को प्रदेश के स्कूल-कॉलेजों में तैनाती दी जाएगी। विभागीय कामकाज की समीक्षा करते हुए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने किराए के भवनों में चल रहे कॉलेजों को मर्ज किए गए स्कूलों में शिफ्ट करने के निर्देश दिए।
विद्यालयों में वार्षिक समारोह 30 नबंवर से पहले और महाविद्यालयों में वार्षिक समारोह 20 फरवरी तक आयोजित किए जाने का भी फैसला लिया गया। शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन विद्यालयों में छुट्टियों को लेकर अधिकारियों से सुझाव लिए गए। शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिए कि विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए दृढ़ समर्पित शिक्षक ही अगली बार से एक्सपोजर विजिट पर भेजे जाएं। बैठक में समग्र शिक्षा की ओर से तीसरी, छठी और नौंवी कक्षा के विद्यार्थियों के राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (नेशनल अचीवमेंट सर्वे) में प्रदर्शन को लेकर प्रस्तुति भी दी गई
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण एक ऐसा पैमाना है जिसके जरिए विद्यार्थियों के सीखने की उपलब्धियों को लेकर जानकारी प्राप्त की जा सकती है। बैठक में शिक्षा सचिव राकेश कंवर, अतिरिक्त शिक्षा सचिव निशांत ठाकुर, संयुक्त शिक्षा सचिव सुनील वर्मा, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली, प्रारंभिक शिक्षा अतिरिक्त निदेशक, बीआर शर्मा, समग्र शिक्षा राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा मौजूद रहे।
मेधावियों को सिंगापुर भेजने पर विचार
ठाकुर ने कहा कि हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड की मेरिट में आए दसवीं और बारहवीं के मेधावी विद्यार्थियों को देश और विदेश में एक्सपोजर विजिट पर भेजने के लिए मानक तय किए जाएंगे। इनमें 20-20 विद्यार्थी दसवीं और बारहवीं और अन्य 10 विद्यार्थी खेल, सांस्कृतिक गतिविधियों, एनसीसी, एनएसएस और भारत स्काउट्स एंड गाइड से भेजने की सिफारिश की गई है। विद्यार्थियों को सिंगापुर भेजने का विचार है।
कॉलेज शिक्षकों, प्रधानाचार्यों को पुरस्कार देने के बनेंगे नियम
बैठक में कॉलेजों के शिक्षकों और प्रधानाचार्यों को शिक्षक पुरस्कार दिए जाने को लेकर मानक तय करने और अधिकतम छात्र संख्या वाले कॉलेजों और विद्यालयों में नए विषय शुरू करने को लेकर भी चर्चा हुई। युक्तिकरण को लेकर भी अधिकारियों ने सुझाव दिए। विद्यालयों में चपरासी-कम-चौकीदार तथा मल्टीटास्क वर्कर की भर्ती पर चर्चा हुई।
असम, छत्तीसगढ़, गुजरात के मॉडल पर किया मंथन
शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों के साथ सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए असम, छत्तीसगढ़ और गुजरात के अपनाए गए मॉडल पर मंथन किया। इस दौरान शिक्षा मंत्री को बताया गया कि प्रदेश के 11 हजार विद्यालयों के शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं।