मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू स्वास्थ्य लाभ लेने के बाद इस हफ्ते एक्शन मोड में होंगे। सीएम सुक्खू ने विदेशों से वित्तपोषित परियोजनाओं पर अधिकारियों से रिकॉर्ड तलब किया गया है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में चार अक्तूबर को एक महत्वपूर्ण बैठक होगी, जो राज्य सचिवालय के सम्मेलन कक्ष में होगी। इससे पहले अधिकारियों से पूछा गया है कि बाहर से वित्तपोषित किस प्रोजेक्ट का काम कहां तक पहुंचा है। अधिकारियों से इसके लिए विस्तृत जानकारी के साथ रिपोर्ट मांगी गई है।
सुक्खू पिछले कुछ दिनों से पेट में संक्रमण के चलते अस्वस्थ चल रहे थे और इसी वजह से अपने सरकारी निवास ओकओवर में आराम कर रहे हैं। आगामी दिनों में वह राज्य सचिवालय में एक्शन मोड में नजर आएंगे। बाह्या वित्तपोषित योजनाएं वे हैं, जिन्हें विश्व बैंक, एशियन विकास बैंक समेत विभिन्न बाहरी एजेंसियां वित्तपोषित कर रही हैं। इनसे संबंधित विभिन्न योजनाएं सड़क, पर्यटन आदि से जुड़ी हुई हैं। इन पर प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों और परियोजना प्रमुखों आदि से विस्तार से पूछा जाएगा कि इन पर क्या तरक्की है।
करोड़ रुपये की सीलिंग लगाई है केंद्र सरकार ने करोड़ रुपये की सीलिंग लगाई है केंद्र सरकार ने
इस वित्त वर्ष में बाह्य वित्तपोषित योजनाओं के तहत मदद प्राप्त करने के लिए केंद्र सरकार ने 3000 करोड़ रुपये तक का कर्ज ले पाने की ही सीलिंग लगाई है। यानी इससे ज्यादा ऋण इन परियोजनाओं के तहत नहीं लिया जा सकेगा। पूर्व में ऐसी कोई सीलिंग या सीमा नहीं थी। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू इस मुद्दे को भी कई बार उठा चुके हैं। ऐसे में चार अक्तूबर को बुलाई गई बैठक में भी इससे वित्तपोषण में आ रही दिक्कतों पर चर्चा होगी।