हिमाचल प्रदेश में मौसम फिर से बिगड़ गया है। राजधानी शिमला में रेड अलर्ट के बीच मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। राजधानी में भारी बारिश से तबाही हुई है। रात से ही घरों और सड़कों पर पेड़ ढह रहे है। कई सड़कें भूस्खलन से बंद हो गई हैं। कृष्णानगर, नाभा, फागली, कोमली बैंक में भूस्खलन का खतरा मंडरा गया है। शिमला के गांव शोल (बलदेयां) में भारी भूस्खलन में एक प्रवासी दंपती की मौत हो गई है।बारिश से शिमला, मंडी, कुल्लू और अन्य जिलों में भारी नुकसान हुआ है। हिमाचल में भारी बारिश के ऑरेंज अलर्ट के बीच तीन एनएच और 530 सड़कें ठप हो गई हैं। राजधानी शिमला समेत प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मंगलवार रात से भारी बारिश का दौर जारी हैआज और कल प्रदेश में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 27 अगस्त तक मौसम खराब रहेगा। शिमला-चंडीगढ़, कुल्लू-मनाली और मंडी-पठानकोट एनएच बंद होने से कई क्षेत्रों का संपर्क कट गया है। सोलन, शिमला, मंडी और हमीरपुर जिला में बिजली संकट गहरा गया है
शिमला के गांव शोल (बलदेयां) में भारी भूस्खलन में एक प्रवासी दंपती दब गया। सूचना मिलते ही एसएचओ ढली, प्रभारी पीपी मशोबरा और पुलिस टीम मौके पर पहुंची, जहां गांव में लैंड स्लाइड प्वाइंट के पास पति-पत्नी के दो शव बरामद हुए हैं। दंपती ठेकेदार हरिओम शर्मा की कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूरी कर रहे थे। उधर, आईएसबीटी में रात को पहाड़ी खिसकने से बस दब गई।
उधर, सोलन के बद्दी मुख्य बैरियर पुल का एक पिलर ढह गया है। पुल बीच में झुक गया है। अब पुल पर यातायात स्थाई रूप से बंद कर दिया गया है। लोग पैदल यात्रा भी नहीं कर सकेंगे। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि चंडीगढ़ पंचकुला से सिसवां रोड के माध्यम से यात्रा करने वाले लोग बीबीएन में प्रवेश के लिए मारनवाला बरोटीवाला के माध्यम से वैकल्पिक मार्ग ले सकते हैं।कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच फिर हुआ बंद
कुल्लू को जोड़ने वाली सड़कें बंद हो गई हैं। इस वजह से सैकडों वाहन फंस गए हैं। उधर, कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच चक्कीमोड़ में वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद हो गया है। बारिश के बीच सुबह करीब 4:00 बजे पहाड़ी से मलबा और पत्थर सड़क पर आए हैं। इसके चलते सड़क पर से सभी प्रकार के वाहनों की रफ्तार पर रोक लग गई है