एक माह से नहीं बरसे बादल, हिमाचल में सूखे जैसे हालात, ताबो का न्यूनतम पारा माइनस में दर्ज

हिमाचल प्रदेश में बीते एक माह से बादल नहीं बरसने के चलते सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। सरसों, गेहूं सहित अन्य फसलों की सिंचाई के लिए भी किसानों को समस्याएं पेश आ रही हैं। 1 से 22 अक्तूबर तक प्रदेश में सामान्य से 97 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई है। प्रदेश में 28 अक्तूबर तक पूरे प्रदेश में मौसम साफ बना रहने का पूर्वानुमान है। हालांकि, आज उच्च पर्वतीय एक-दो स्थानों पर माैसम खराब रह सकता है। आगामी दिनों में माैसम साफ रहने से अधिकतम तापमान में और अधिक बढ़ोतरी होने के आसार हैं। आज राजधानी शिमला में माैसम साफ बना हुआ है। मानसून विदा होने के बाद से प्रदेश में बारिश का दौर थम गया है। 

मानसून जाने से करीब दो सप्ताह पहले भी सामान्य से कम बारिश ही दर्ज हुई थी। इस वर्ष मानसून सीजन के दौरान प्रदेश में सामान्य से 18 फीसदी कम बारिश हुई। इसके चलते अब कई क्षेत्रों में सूखे जैसे हालात बनने लगे हैं। बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कुल्लू, शिमला, सोलन और सिरमौर में अक्तूबर के दौरान सामान्य से 100 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई है। कांगड़ा में सामान्य से 94, किन्नौर 98, लाहौल-स्पीति 99, मंडी 81 और ऊना में 46 फीसदी कम बारिश हुई। मैदानी क्षेत्रों में इन दिनों फसलाें को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल रहा है।

कहां कितना न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 11.2, सुंदरनगर 11.4, भुंतर 9.5, कल्पा 4.6, धर्मशाला 14.9, ऊना 15.0, नाहन 17.5, केलांग 3.1, पालमपुर 12.0, सोलन 9.6, मनाली 8.3, कांगड़ा 14.2, मंडी 13.3, बिलासपुर 15.1, हमीरपुर 15.6, चंबा 14.5, डलहाैजी 13.0, कुफरी 10.6, कुकुमसेरी 1.5, नारकंडा 9.0, रिकांगपिओ 8.0, समदो 5.5, कसाैली 14.3, पांवटा साहिब 20.0, सराहन 9.0, देहरा गोपीपुर 16.0, ताबो -1.2, मशोबरा 11.0 व सैंज में 11.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

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