प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता व जिला परिषद सदस्य कौशल मुंगटा ने जिला शिमला के भाजपा नेताओं द्वारा शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर पर की गई टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए कहा कि जिला शिमला में भाजपा के पास कंगना रनौत जैसे अपरिपक्व व उल-जलूल बयानबाजी करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। सस्ती लोकप्रियता के बहकावे में चेतन बरागटा जैसे लोग भी कानून व्यवस्था को मुद्दा बना रहे हैं, जो चुनावों में स्वयं पत्थरबाजी करने की धमकियां देते रहते थे, जिसका वीडियो भी उनके पास मौजूद है।
यही नहीं चेतन बरागटा के सान्निध्य में उनके समर्थक तो जगत प्रकाश नड्डा और अमित शाह को भी उपचुनाव में पैरों पर झुकाने जैसे बयान दिया करते थे। इनसे शिष्टाचार और सभ्यता, कानून और व्यवस्था पर भाषण सुनना हमारा भी दुर्भाग्य है। कौशल ने कहा कि शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के कोटखाई थाना फूंकने का जिक्र कोई काल्पनिक घटना नहीं है, बल्कि वो एक सच्चाई है कि कैसे उस वक्त लोगों को भड़काकर भाजपा के नेताओं के सामने थाना फूंका गया और कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई गई। कौशल मुंगटा ने कहा कि शशि बाला और अजय श्याम को भी टिप्पणी करने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। शशि बाला तो स्वयं भाजपा कार्यकाल में वन मंडलाधिकारी रोहडू व पुलिस और अन्य अधिकारियों को सरेआम धमकाया करती थी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आज जुब्बल कोटखाई नावर ही नहीं पूरा हिमाचल रोहित ठाकुर के शिक्षा विभाग में दमदार नेतृत्व का लोहा मान रहा है। कड़वे और बड़े निर्णय शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ले रहे हैं। उन्होंने 7000 भर्तियों को सृजित करवाया और 3000 बैच वाइज हो भी चुकी है। 2500 पाइपलाइन में है और साथ ही 6200 एनटीटी की भर्ती प्रक्रिया भी जल्द ही होने वाली है। कॉलेजों में 100 से अधिक प्रिंसिपल की भर्तियां रोहित ठाकुर के कार्यकाल में हो चुकी हैं। यहीं नहीं 500 के करीब असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्तियां भी रोहित ठाकुर के कार्यकाल में हो चुकी हैं। यही नहीं रोहित ठाकुर ने अपने क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछा दिया है। जहां भाजपा के पूरे कार्यकाल में 4 सड़कों की पासिंग हुई है, वहीं रोहित ठाकुर ने अपने छोटे से कार्यकाल में 88 सड़कों की पासिंग करवा दी है। साथ ही नाबार्ड, पीएमजीएसवाई विधायक प्राथमिकता इत्यादि मदों के माध्यम से भी रिकार्ड सड़कें बन रही हैं, जो एक कीर्तिमान है।
कौशल मुंगटा ने कहा कि शिमला जिला और जुब्बल कोटखाई में भाजपा का कोई भी नेता कभी विकास पर बात नहीं करते। रोहित ठाकुर ने अपने विधानसभा ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में एक समान दृष्टि से शिक्षा विभाग का बजट बांटा है व व्यवस्था सुदृढ़ की है। ऐसे में विकास की बातें छोड़ ये लोग ऐसे उल-जुलूल विषयों पर कंगना रनौत से सीख ले कर सुर्खियों में आना चाहते हैं, जिसका वे विरोध करते हैं। कौशल मुंगटा ने कहा कि इन तीनों नेताओं को पहले पंचायती राज का चुनाव जीतकर दिखाना चाहिए, वही उनके लिए बड़ी बात होगी।