हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में वोकेशनल शिक्षा ठप हो गई है। वेतन एरियर नहीं मिलने पर सभी 2400 व्यावसायिक शिक्षक सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। मांगें पूरी होने तक सामूहिक हड़ताल पर रहेंगे। सोमवार को वोकेशनल शिक्षक संघ के बैनर तले वोकेशनल शिक्षकों चाैड़ा मैदान में धरना दिया। इस दाैरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और स्थायी नीति की मांग उठाई।
संघ के अध्यक्ष अश्वनी डटवालिया और शिमला के अध्यक्ष धीरज शर्मा ने बताया कि कंपनियों के तुगलकी फरमानों से व्यावसायिक शिक्षक परेशान हैं। कंपनियां सरकार के आदेशों को भी दरकिनार कर रही हैं। सरकार ने कंपनियों को आदेश जारी किए थे कि 20 अक्तूबर तक व्यावसायिक शिक्षकों का एरियर जारी कर दिया जाना चाहिए। उसके बावजूद भी अभी दो कंपनियों ने एरियर जारी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि ये कंपनियां मनमाने ढंग से वेतन प्रदान करती हैं, इसकी कोई समय अवधि भी तय नहीं है। इसके विरोधस्वरूप शिक्षकों ने हड़ताल करने का फैसला लिया है।
वेतन देने के नाम पर कंपनियों पर करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप
वोकेशल शिक्षक संघ के पदािधकारियों ने वेतन देने के नाम पर निजी कंपनियों पर करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने दिवाली से पहले ही पूरे प्रदेश के कर्मचारियों का वेतन 28 अक्तूबर को जारी करने के आदेश जारी किए। लेकिन निजी कंपनियाें ने मनमानी करते हुए किसी भी व्यावसायिक शिक्षक को वेतन प्रदान नहीं किया है। कंपनियां सरकार के आदेशों की अवहेलना कर रही है। इन्हीं कारणों से वोकेशनल शिक्षकों में रोष है।