उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ ट्रस्ट में बकरा नीलामी मामले में जांच के पहले ही दिन नीमाली करने वाले जूनियर असिस्टेंट मनोज कुमार को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं, प्रशासन ने विजिलेंस जांच की सिफारिश की है। मंदिर न्यास के आयुक्त डीसी हमीरपुर अमरजीत सिंह बुधवार को मंदिर परिसर में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मंदिर व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने मौके पर अधिकारियों को व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के आदेश दिए है।
60 हजार रुपये में बेचे गए थे 31 बकरे
विजिलेंस जांच की सिफारिश के लिए बाकायदा विजिलेंस के एसपी मंडी को मंदिर न्यास के चेयरमैन एवं बड़सर एसडीएम राजेंद्र गौतम की ओर पत्र लिखा गया है। मामले में श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए निष्पक्ष जांच का आग्रह किया गया, ताकि जांच किसी भी तरह से प्रभावित न हो। बीते शनिवार को मंदिर ट्रस्ट की ओर से 31 बकरों की नीलामी की गई थी। इस नीलामी से कुल 60 हजार रुपये की आमदन हुई थी।
‘विजिलेंस को पत्र लिखा गया है’
नीलामी पर सवाल उठने के बाद नीलामी करवाने वाले कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में विभागीय जांच का जिम्मा तहसीदार बड़सर धर्मपाल नेगी को सौंपा गया है। इस जांच के बीच ही विजीलेंस जांच की सिफारिश की गई है। मंदिर ट्रस्ट के आयुक्त एवं डीसी हमीरपुर अमरजीत सिंह का कहना है कि विजिलेंस जांच की सिफारिश एसडीएम बड़सर की ओर से की गई है। इसके लिए विजिलेंस को पत्र लिखा गया है।