हिमाचल प्रदेश में 4 लाख 18 हजार मीट्रिक टन में सेब सीजन सिमट गया है। बीते साल 4 लाख 31 हजार मीट्रिक टन सेब उत्पादन हुआ था। इस साल करीब 13 हजार मीट्रिक टन कम सेब उत्पादन हुआ है। हालांकि इस साल पेटियों की संख्या बढ़ गई है। पिछले साल तक हिमाचल में सेब पैकिंग के लिए टेलीस्कोपिक कार्टन का इस्तेमाल हो रहा था, इस साल सरकार ने अनिवार्य तौर पर यूनिवर्सल कार्टन लागू किया। पिछले साल प्रदेश में 1,79,89,497 पेटी (टेलीस्कोपिक कार्टन) सेब उत्पादन हुआ था। इस साल 2,09,38,740 (यूनिवर्सल कार्टन) सेब उत्पादन हुआ है। 20 से 23 किलो क्षमता के फिक्स कार्टन के प्रयोग से पेटियों की संख्या करीब 29 लाख बढ़ गई है।
यूनिवर्सल कार्टन से मिला बागवानों को फायदा
प्रदेश में पहली बार सेब पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन इस्तेमाल हुआ है।इससे बागवानों को फायदा मिला। पिछले साल तक बागवान एक पेटी में 30 किलो तक सेब भर रहे थे और दाम 20-22 किलो के ही मिलते थे। बागवानों को इस सीजन में सेब के रेट भी बढि़या मिले हैं। – जगत सिंह नेगी, बागवानी मंत्री
दाम बीते सालों के बराबर, लागत कई गुणा बढ़ी
हिमाचल में इस साल बीते साल के बराबर ही सेब उत्पादन हुआ है। बागवानों को सेब की कीमत भी बीते सालों के बराबर ही मिली है जबकि लागत मूल्य कई गुणा बढ़ गया है। मौसम की मार से भी बागवानों को नुकसान झेलना पड़ा है।