वन्य प्राणी प्रेमियों के लिए राहत भरी खबर है। वन्य प्राणी विभाग की टीम ने जनजातीय क्षेत्र पांगी के जंगलों में हिमालयन आईबैक्स के दो नए ठिकानों को ढूंढा है। यहां पर आईबैक्स के बड़े-बड़े झुंड कैमरे में कैद किए गए हैं। दरअसल वन्य प्राण विभाग की टीम पांगी के दूरदराज के पहाड़ों में वन्य जीवों की प्रजातियों का पता लगाने के लिए निरीक्षण कर रही थी। उसी दौरान यह टीम सेचु टुआन वाइल्ड लाइफ एरिया में पहुंची। यहां शगलुंआच धार में उन्हें आईबैक्स के दो झुंड घास चरते हुए दिखाई दिए।
इस झुंड में नर आईबैक्स की संख्या सबसे ज्यादा थी। टीम ने इन झुंडों की अपने मोबाइल फोन पर वीडियो भी रिकॉर्ड की। हिमालयन आईबैक्स कुगति और पांगी के जंगलों में काफी फलफूल रहे हैं। इनके संरक्षण को लेकर वन्य प्राणी विभाग गंभीरता से कार्य भी कर रहा है। एक तरफ जहां जंगलों में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए गश्त बढ़ाई जा रही है तो वहीं उन सभी क्षेत्रों की भी पहचान की जा रही है, जहां पर इन वन्य जीवों की संख्या काफी अधिक है। उन इलाकों में विभाग वन्य जीवों के संरक्षण को लेकर बेहतर तरीके से कार्य कर रहा है।
कुछ माह पहले वन्य प्राणी विभाग ने कुगति के पहाड़ों का निरीक्षण किया, जहां पर उन्हें दुर्लभ भूरा भालू और कस्तूरी मृग दिखे थे। इसके अलावा हिमालयन आईबैक्स के बड़े झुंड देखने को मिले। अब विभाग इन इलाकों में सर्दी के दौरान विशेष पहरा रखेगा, जिससे कोई भी शिकारी इन वन्य जीवों का अवैध शिकार न कर सके। लाहौल-स्पीति जिले में भी आईबैक्स पाए जाते हैं। इनके शिकार पर पूरी तरह प्रतिबंध है।
वन्य प्राणी विभाग के डीएफओ कुलदीप जम्वाल ने बताया कि पांगी के जंगलों में निरीक्षण के दौरान हिमालयन आईबैक्स के बड़े झुंड मिले। शगलुंआच धार में हिमालयन आईबैक्स की नई साइट मिली है। विभाग इन वन्य जीवों के संरक्षण को लेकर गंभीरता से कार्य कर रहा है।