मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश के कॉलेजों में पीरियड आधार पर शिक्षक रखे जाएंगे। किसी कॉलेज में कोई शिक्षक छुट्टी पर जाता है तो इनके माध्यम से पढ़ाई जारी रखने में मदद मिलेगी। सीएम ने कहा कि उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं का कॉलेज स्तर पर डाटा एकत्र होगा। आवश्यकता पड़ने पर कॉलेज प्रिंसिपल इनसे संपर्क कर इनकी पीरियड के आधार पर सेवाएं ले सकेंगे। शिक्षा विभाग जल्द इस संदर्भ में दिशा-निर्देश जारी करेगा। सीएम उच्च शिक्षा के समक्ष चुनौतियां विषय पर शिमला में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। सीएम ने कहा कि नए शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में पढ़ाई के तरीकों में किए बदलाव के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। स्कूलों के बाद अब कॉलेजों में बदलाव के लिए रूपरेखा बनाई जा रही है। नए सत्र से कई कॉलेजों में बीएड भी शुरू की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेजों के पुस्तकालयों की रैंकिंग वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से तय की है। कॉलेज में खेलकूद सहित अन्य गतिविधियों पर भी फोकस किया जा रहा है। शिमला के डिग्री और संस्कृत कॉलेजों के प्रिंसिपलों समेत शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सीएम ने कहा कि गुणात्मक शिक्षा पर सरकार जोर दे रही है। शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई का माहौल निरंतर बनाए रखने के लिए ही शिक्षकों के साल भर होने वाले तबादलों पर रोक लगाई गई है।
वीरभद्र सिंह के नाम से जाना जाएगा रोहड़ू का सीमा कॉलेज
सुक्खू ने रोहड़ू के राजकीय महाविद्यालय सीमा का नाम पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नाम पर रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से इस कॉलेज में बीएड कोर्स भी शुरू किया जाएगा। उन्होंने छात्रावास के निर्माण को वित्तीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। सीएम काॅलेज के वार्षिक समारोह में पहुंचे थे। उन्होंने रोहड़ू में 100 करोड़ की विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए। 29.22 करोड़ से बने एचपीएमसी के सीए स्टोर का लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि पूर्व जयराम सरकार ने शिक्षा के स्तर को नीचे गिरा दिया है। चुनावी लाभ के लिए बिना बजट 900 शिक्षण व स्वास्थ्य संस्थान खोल दिए। सरकार जनहित में कड़े निर्णय ले रही है, जिसके आने वाले समय में सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति की राह कांटों भरी होती है।