हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के गोहर में दो दिन में छह लोगों से शातिरों ने ऑनलाइन ठगी कर हजारों रुपयों की चपत लगाई है। शातिर किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम किसान सम्मान निधि के फार्म भरने का झांसा देकर ओटीपी हासिल कर रहे हैं। ओटीपी बताने पर खाते से पैसे गायब हो रहे हैं। छह लोगों ने पुलिस में ऑनलाइन ठगी की शिकायत दर्ज करवाई है। गोहर पुलिस थाने में चिंतराम, डोला राम और खेम सिंह समेत छह लोगों ने ऑनलाइन ठगी की शिकायतें दर्ज करवाई हैं। इन्हें पीएम किसान फार्म भरने, क्रेडिट कार्ड, ऑनलाइन शॉपिंग आदि के नाम पर ठगा है।
ओटीपी नंबर भेजा खाते से पैसे कट गए
शिकायतकर्ताओं से 5 से 20 रुपये तक ठगे हैं। एक शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने किसान क्रेडिट कार्ड लिया था। उसे वह मोबाइल में एक्सेस कर रहा था। जैसे ही एक्सेस किया तो टोल फ्री नंबर से कॉल आई। जैसे ही उन्हें ओटीपी नंबर भेजा खाते से पैसे कट गए। कुछ लोगों को पीएम किसान फार्म भरने के नाम पर ठगा गया है। उनका कहना है कि उन्हें व्हाट्सएस ग्रुप पर मैसेज आया। बातचीत के बाद शातिरों ने एपीके लिंक दिया। इसे खोलने के बाद जैसे ही ओटीपी डाला तो मोबाइल हैक हो गया और बाद में पैसे कट गए।
थाना प्रभारी ने ये कहा
थाना प्रभारी गोहर लाल चंद ठाकुर ने बताया कि साइबर ठगी से जागरूकता ही बचाव है। आने वाले दिनों में पंचायत के साथ मिलकर वार्ड स्तर में भी जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। ऐसी स्थिति में लोग उनके झांसे में न आएं। इसकी शिकायत तत्काल पुलिस थाने में या फिर 1930 नंबर पर सूचना दें। गोहर क्षेत्र में साइबर ठगी का शिकार हुए चार पीड़ितों के रुपये रिकवर कर साइबर क्राइम पुलिस ने उन्हें लौटा दिए हैं। इनमें एक के 83 हजार, दूसरे के चार हजार और तीसरे के सात हजार रुपये थे।
इन नंबरों से कॉल आए तो सचेत रहे
साइबर क्राइम पुलिस ने साइबर ठगी से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा है कि शातिर +94777455913, +37127913091, +37178565072, +56322553736, +37052529259, +255901130460 या +371 +375 +381 से शुरू होने वाले नंबर से काॅल करते हैं। यह शातिर एक बार रिंग करते हैं और फिर फोन काट देते हैं। अगर कोई उसी नंबर पर कॉल करता है तो वह तीन सेकेंड में आपकी संपर्क सूची कॉपी कर सकते हैं और अगर आपके फोन पर बैंक या क्रेडिट कार्ड का विवरण है, तो वे उसे भी कॉपी कर सकते हैं। ऐसे में इन नंबरों से आने वाले किसी भी फोन को रिसीव न करें और जवाब न दें।