
क्यूएफएक्स कंपनी मामले में ईडी की कार्रवाई के बीच मंडी पुलिस भी एक मुख्य आरोपी को भारत लाने के प्रयास में जुटी हुई है। दुबई में भूमिगत हुए आरोपी राजेंद्र सूद को भारत लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए मंडी पुलिस भारत सरकार के मंत्रालय के संपर्क में है और लगातार पत्राचार हो रहा है, ताकि आरोपी को कानून के दायरे में लाकर अंजाम तक पहुंचाया जा सके। फरार आरोपी का पहले ही एलओसी जारी हो चुका है।
इस मामले में एक आरोपी को पुलिस ने एयरपोर्ट से ही दबोचा था, जोकि विदेश भागने की फिराक में था, लेकिन वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बड़े ही सुनियोजित तरीके से दो साल तक क्यूएफएक्स कंपनी ने फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर हाई रिटर्न का लालच दिखा नामी लोगों को अपने झांसे में लिया। हालात यह है कि कई ठगी के शिकार लोग अभी तक सामने नहीं आए हैं। कई लोग स्टांप में गारंटी लेकर ही घूमते रह गए।
अब ईडी का शिकंजा शातिरों के सरगना पर कसने पर लोगों ने राहत जरूर ली है, लेकिन धनराशि मिलने को लेकर संशय ही है, क्योंकि जांच के दौरान ठगी के शिकार हुए लोग खुलकर सामने नहीं आए थे। क्यूएफएक्स का कनेक्शन वाईएफएक्स व इससे जुड़े लविश उर्फ नवाब से जुड़ा पाया गया है। इस पूरे मामले में मंडी पुलिस की जांच आधार बनी है। इस मामले में लविश की कंपनी के खातों में ईडी ने करीब 170 करोड़ राशि फ्रीज की है।
बता दें कि शातिरों ने करीब 16 हजार लोगों से दो साल में 210 करोड़ रुपये निवेश करवाया था। निवेशकों को रिझाने के लिए बड़े सपने दिखाए जाते थे। विदेश दौरे, फ्लैट गिफ्ट समेत अन्य कई तरह से रिझाया जाता था। उधर, पुलिस अधीक्षक मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि क्यूएफएक्स कंपनी मामले में पुलिस फरार चल रहे आरोपी को भारत लाने के लिए पत्राचार कर रही है।