प्रदेश के जिला कुल्लू के अधिष्ठाता देव खुडीजल करीब 100 साल बाद मंडी महाशिवरात्रि की शोभा बढ़ाएंगे। रविवार शाम करीब 6:00 बजे देवता खुडीजल अपने देवालय से मंडी महाशिवरात्रि को रवाना हो गए।
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू के अधिष्ठाता देव खुडीजल करीब 100 साल बाद मंडी महाशिवरात्रि की शोभा बढ़ाएंगे। रविवार शाम करीब 6:00 बजे देवता खुडीजल अपने देवालय से मंडी महाशिवरात्रि को रवाना हो गए। हालांकि, शनिवार को हुई देवता कमेटी और मुख्य कारकूनों की बैठक में पहले नहीं जाने का निर्णय हुआ था। लेकिन कुछ कारकून देवता को मंडी शिवरात्रि ले जाने के इच्छुक थे।
ऐसे में रविवार को मंदिर में देवता खुडीजल के समक्ष पूछ डाली गई और देवता ने शिवरात्रि जाने के आदेश दिए। इसके बाद मंदिर कमेटी ने बजंतरियों के साथ भी बैठक कर देवता को राजी किया गया। तब जाकर शाम को देवता का रथ तैयार किया गया। रथ तैयार होने के बाद देवता की ढोल-नगाड़ों, करनाल, नरसिंघों व शहनाई की स्वरलहरियों के बीच रथयात्रा शुरू हुई। इसमें मंडी जिले के मानगढ़ क्षेत्र से भी कई देवलू देवता को उठाने के लिए पहुंचे थे।
देवता देहुरी से मंडी तक करीब 150 किमी का पैदल सफर करेंगे। देवता खुडीजल का पहला पड़ाव बिहणी गांव में होगा। 4 मार्च को देवता जंजैहली में रुकेंगे। देवता के कारदार शेर सिंह ठाकुर, पुजारी रूप लाल शर्मा, एवन शर्मा, पूर्ण शर्मा, कुमार दत्त, ठाकुर चंद ने कहा कि लगभग 100 साल बाद देवता मंडी महा शिवरात्रि में भाग लेंगे।
देव पूछ डालने पर देवता ने स्वयं मंडी शिवरात्रि में शामिल होने की हामी भरी है। 7 मार्च शाम को देवता का घासनू नामक जगह पर रात्रि ठहराव और आठ सुबह मंडी महा शिवरात्रि में पहुंच जाएंगे। कारदार शेर सिंह ने कहा कि इसे पहले देवता ने राजाओं के समय में शिवरात्रि में शिरकत की थी।