हिमाचल के रोहतांग दर्रे पर मई के अंत में बर्फबारी देखने को मिली है. बर्फबारी के बीच पर्यटक खूब मस्ती करते हुए नजर आए. हालांकि शाम के समय मौसम खुल गया मगर आठ से 10 सेंमी तक बर्फ गिरने से सैलानी कोकसर व अटल टनल होकर मनाली लौटे।
हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में ताजा बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के बीच पर्यटक खूब मस्ती करते हुए नजर आए. सैर सपाटे को आए हजारों सैलानियों ने भी कूल हुए मौसम का आनंद लिया। मनाली से सैर सपाटे को रोहतांग पहुंचे सैकड़ों सैलानियों ने फाहे के बीच खूब मस्ती की। 13050 फुट ऊंचे रोहतांग दर्रा में पर्यटकों ने बर्फ की दीवारों के साथ ताजा बर्फ का लुत्फ लिया।
हालांकि शाम के समय मौसम खुल गया मगर आठ से 10 सेंमी तक बर्फ गिरने से सैलानी कोकसर व अटल टनल होकर मनाली लौटे। वहीं, कोकसर, ग्रांफू में भी सैलानियों की भीड़ होने से शाम के समय सोलंगनाला में लंबा जाम लग गया। टनल के साउथ पोर्टल, धुंधी व सोलंगनाला में जाम से आम लोगों व सैलानियों को परेशान होना पड़ा। पर्यटन सीजन में पर्याप्त पुलिस नहीं होने से भी जाम लग रहा है। अभी एक सप्ताह तक इस समस्या से जुड़ना पड़ेगा। चुनाव संपन्न होने के बाद पर्यटन सीजन के लिए अतिरिक्त पुलिस की तैनाती होगी। जाम के हालत हाईवे-305 के साथ भुंतर से मणिकर्ण, बिजली महादेव रोड, कुल्लू-मनाली, मनाली से लाहौल तक बने हैं।
इसके साथ ही बारालाचा और शिंकुला टाप में हुई बर्फबारी से दारचा-शिंकुला और दारचा-बारालाचा सड़क तकरीबन चार-पांच घंटे बाधित रही। वाहन चालकों सहित सीमा सड़क संगठन के प्रयासों के बाद सड़क को खोला गया। उसके उपरांत दोनों तरफ से दारचा-मनाली की ओर सैकड़ों छोटे-बड़े वाहन छोड़े गए।
गुरुवार को वाहनों को दारचा की तरफ से लेह को छोड़ा गया है। दूसरी तरफ ग्रांफू-काजा सड़क पर कोकसर और उसके आगे क्षेत्र में प्रतिकूल मौसम की स्थिति और बर्फबारी के कारण कोकसर-काजा मार्ग पर आवाजाही को अगले आदेश तक अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा के लिए लिया गया है।
बुधवार रात्रि से सरचू की तरफ बारालाचा पास और शिंकुला टाप में मौसम खराब चल रहा है। बर्फबारी होने से यातायात चार से पांच घंटे तक बाधित रहा। जिला आपदा प्रबंधन से मिली जानकारी के मुताबिक रोहतांग से दारचा, तांदी से कड़ुनाला, समदो-लोसर सड़क यातायात के लिए बहाल है।
लाहौल-स्पीति पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने कोकसर-काजा सड़क पर सफर को लेकर कहा कि जब तक मौसम की स्थिति में सुधार न हो जाए और सुरक्षित मार्ग के लिए डीडीएमए से मंजूरी न मिल जाए तब तक इस मार्ग पर यात्रा करने से बचें। उन्होंने बताया कि मार्ग अभी फोर बाई फोर वाहनों के लिए खुला है। खराब मौसम के बीच सफर जोखिम भरा रहता है।