प्रदेश में अब हिमकेयर कार्ड बनने शुरू हो जाएंगे। लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के चलते प्रदेश में प्रक्रिया बंद थी।
हिमाचल प्रदेश में अब हिमकेयर कार्ड बनने शुरू हो जाएंगे। लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के चलते प्रदेश में प्रक्रिया बंद थी। आचार संहिता हटने के बाद स्वास्थ्य कार्ड बनाने के लिए पोर्टल को खोल दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग ने यह दावा किया है। बीते दो महीने से कार्ड बनना बंद हो गए थे। ऐसे में लोगों को दवा दुकानों से ऑपरेशन का सामान खरीदना पड़ रहा है। हजारों कार्ड लंबित हैं। प्रदेश में हिमकेयर योजना में साढ़े आठ लाख परिवार पंजीकृत हैं। पहले वर्ष में एक बार ही 31 मार्च तक नवीनीकरण किया जा सकता था। अब कभी भी कार्ड बनवाने के साथ उसका नवीनीकरण करवाया जा सकता है।
चुनाव के कारण नए कार्ड बनाने पर रोक थी। हिमकेयर में तीन वर्ष के लिए योजना का लाभ मिलता है, जिसमें तीन वर्ष के लिए एक बार राशि जमा करवानी होती है। इसके आधार पर प्रति वर्ष प्रति परिवार पांच लाख रुपये का कैशलेस उपचार का प्रावधान है। हिमाचल में मुख्यमंत्री हिमाचल स्वास्थ्य देखभाल योजना (हिमकेयर) योजना में अस्पताल में भर्ती हुए बिना भी रोगी के जरूरी टेस्ट निशुल्क होते हैं। इस योजना के माध्यम से अभी तक 200 करोड़ रुपये से ज्यादा दो लाख से ज्यादा रोगियों का मुफ्त उपचार किया जा चुका है। आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के रूप में प्रदेश सरकार ने हिमाचल में 1 जनवरी, 2019 से हिमकेयर आरंभ की थी।
सुगम केंद्रों में कार्ड बनाने के लिए आ रहे लोग
सुगम केंद्रों में स्वास्थ्य कार्ड बनाए जाते रहे हैं। सरकार ने कार्ड बनाने की फीस एक हजार रुपये रखी है। इसके अलावा केंद्र में कार्ड बनाने वाले 100 रुपये अपना शुल्क लेते हैं।