हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष मानसून के बादल सामान्य से 18 फीसदी कम बरसे हैं। जून में प्रदेशभर में सामान्य से 54 फीसदी, जुलाई में 29 फीसदी और अगस्त में 5 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई। सितंबर के दौरान प्रदेश में 4 फीसदी अधिक बारिश हुई।
27 जून को प्रदेश में मानसून ने प्रवेश किया था। 27 जून से 30 सितंबर तक प्रदेश में 600 मिलीमीटर बादल बरसे। इस अवधि में 734 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश के कुछ क्षेत्रों से दो से तीन दिन के भीतर मानसून के विदा होने के आसार जताए हैं। प्रदेश से मानसून के विदा होने की सामान्य तारीख 25 सितंबर मानी गई है। इस बार करीब आठ से दस दिन देरी से मानसून के विदा होने के पूर्वानुमान है। बीते साल भी छह अक्तूबर को मानसून विदा हुआ था।
27 से 30 जून के दौरान प्रदेश में 46 मिलीमीटर बारिश हुई। इस दौरान 101 मिलीमीटर को सामान्य माना गया है। जून के दौरान प्रदेश में सामान्य से 54 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई। इस अवधि में सभी जिलों में कम बारिश दर्ज हुई। जुलाई में प्रदेश में 180 मिलीमीटर बारिश हुई। इस दौरान 255 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। ऐसे में जुलाई में 29 फीसदी कम बादल बरसे। अगस्त में 243 मिलीमीटर बारिश हुई, इस दौरान 256 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। अगस्त में सामान्य से पांच फीसदी कम बारिश दर्ज हुई।
हिमाचल प्रदेश में सितंबर के दौरान 125 मिलीमीटर बारिश हुई, इस दौरान 120 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। सितंबर में सामान्य से चार फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई। धर्मशाला और पालमपुर में छह जुलाई, पालमपुर में एक अगस्त और धौलाकुआं में 26 सितंबर को भारी बारिश हुई। उधर, जून में एक बार, जुलाई में छह बार, अगस्त में सात बार और सितंबर में तीन बार भारी बारिश हुई।