राजधानी में मौसमी दिशाओं में बदलाव आने के साथ ही कोहरे व स्मॉग की मार लोगों पर पड़ रही है। मौसम विभाग ने तीन दिन के लिए घने से घना कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, पहाड़ों से आने वाली हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है। सुबह-शाम के साथ दोपहर में भी ठंड़ी हवाएं कंपकपी बढ़ा रही हैं। आज औसत AQI 450 दर्ज किया गया है। राजधानी में आज भी छाई है कोहरे की चादर।
ग्री कम है। जबकि सबसे ठंडा इलाका नरेला रहा। यहां न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस रहा। उधर, सुबह साढ़े सात बजे तक सफदरजंग एयरपोर्ट में दृश्यता 250 मीटर दर्ज की गई। जबकि पालम में 600 मीटर दृश्यता रही। सुबह कोहरे व स्मॉग का असर देखने को मिला। इससे सबसे अधिक परेशानी वाहन चालकों को हुई।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि शुक्रवार को कुछ स्थानों पर सुबह स्मॉग और घने से घना कोहरा रहने की संभावना है। शाम व रात में स्मॉग-धुंध का अनुमान है। ऐसे में अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 23 और छह डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
गुरुवार को लोगों को अच्छी-खासी ठंड का अहसास हुआ। दिन के समय कुछ देर के लिए सूरज के दर्शन हुए, लेकिन शाम ढ़लने से पहले ही कुहासा सा छा गया। वहीं, हवा की गति कम होने से कोहरे के साथ लोगों को स्मॉग से राहत नहीं मिली। हालांकि, शाम होते ही ठंडी हवाओं ने ठंडक का अहसास कराया। ऐसे में दिन का तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक के साथ 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
नरेला रहा सबसे ठंडा इलाका
नरेला में न्यूनतम तापमान अन्य केंद्र के मुताबिक सबसे कम दर्ज किया गया। यहां न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, पूसा में 5.1, आया नगर में 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
गैस चैंबर बनी राजधानी, स्मॉग की चादर में लिपटी
राजधानी गैस चैंबर में तब्दील हो गई है। आसमान में स्मॉग की चादर लिपटी है। ऐसे में यहां सांस लेना दूभर हो गया है। सबसे अधिक परेशानी सांस के मरीजों के साथ बुजुर्गों व बच्चों को हो रही है। हवा की गति कम होने के साथ ही वायु गुणवत्ता अति गंभीर श्रेणी में दाखिल हो गई है। इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 500 के करीब पहुंच गया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, गुरुवार को एक्यूआई 451 दर्ज किया गया। इसमें बुधवार के मुकाबले 6 अंकों की वृद्धि हुई है, जोकि अति गंभीर श्रेणी है। सीपीसीबी का पूर्वानुमान है कि शुक्रवार को भी कमोबेश यही स्थिति रहने की आशंका है। रात के समय स्मॉग छाया रहेगा। इससे हवा गंभीर श्रेणी में बनी रहेगी।
गुरुवार को सुबह से ही स्मॉग छाया रहा। दिन में हल्की धूप निकली, लेकिन आसमान में स्मॉग की मोटी चादर लिपटी रही। इससे धूप पूरी तरह से नहीं खिली। दिन में ही शाम जैसा आसमान हो गया। वजीरपुर, जहांगीरपुरी, आनंद विहार सहित 29 इलाकों में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही। साथ ही, चांदनी चौक व द्वारका सहित केवल चार ही इलाकों में हवा बेहद खराब श्रेणी में रही। भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, हवा उत्तर-पूर्व दिशा की ओर से चली। इस दौरान हवा की गति आठ किलोमीटर प्रतिघंटे रही। हालांकि, शाम को हवा की चाल चार किलोमीटर प्रतिघंटा रही। इससे प्रदूषक कण और संघन हो गए। ऐसे में लोगों को स्मॉग का सामना करना पड़ा। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषकों के फैलाव के लिए मौसम संबंधी स्थितियां बेहद प्रतिकूल होने से स्थिति बिगड़ रही है।
परिवहन से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी सबसे अधिक
आईआईटीएम के मुताबिक, शुक्रवार को हवा पूर्व दिशा से चलने का अनुमान है। इस दौरान हवा 4 किलोमीटर प्रतिघंटे से चलेगी। वहीं, शाम को हवा पश्चिम दिशा से चलेगी। शनिवार को भी हवा दक्षिण-पूर्व दिशा से चल सकती है। डिसिजन स्पोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के मुताबिक हवा में ट्रांसपोर्ट से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 13.182 फीसदी, कूड़ा जलने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 1.238 फीसदी रही। वहीं, वेंटिलेशन इंडेक्स 3800 घनमीटर प्रति सेकेंड रहा। 24 घंटे के भीतर वेंटिलेशन इंडेक्स 3000 घनमीटर प्रति सेकेंड रहने का अनुमान है। साथ ही मिक्सिंग डेप्थ 980 मीटर दर्ज की गई।