राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने एक बार फिर राज्य सरकार के खिलाफ तल्खी दिखाई है। शुक्रवार काे मीडिया से बातचीत में राज्यपाल ने कहा कि किसी नेता के चुनावी वादे पूरे करने के लिए राजभवन नहीं है। नौतोड़ विधेयक को मंजूरी नहीं देने के मंत्री जगत सिंह नेगी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि नेगी भले राजभवन का अनादर करें, राजभवन उनका पूरा सम्मान करेगा। बातचीत के लिए दरवाजे खुले हैं। राज्यपाल ने कहा कि नौतोड़ मामलों को लेकर राजभवन ने अपना जवाब दे दिया है। कुछ विषयों को लेकर आपत्ति थी। इसे लेकर जवाब मांगा गया है।
अब तक राज्य सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। राजभवन ने यह कभी नहीं कहा कि हम नौतोड़ से अलग हैं, लेकिन राजभवन नियमों की परिधि में रहकर ही काम करेगा। उन्हाेंने कहा कि राजभवन की ओर से राज्य सरकार से पूछा गया है कि इसमें कितने लोग शामिल हैं। राजभवन ने इसे लेकर नामों की भी जानकारी मांगी है। राज्यपाल ने कहा कि अगर कोई नाम गलत तरीके से दिखाए जाएंगे, तो राजभवन इसके लिए जिम्मेदार नहीं है। वे नियमों के बाहर जाकर काम नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्व मंत्री ने पद की शपथ यहीं ली है। राज्यपाल ने कहा कि वह सरकार के मंत्री हैं, ऐसे में जब भी वार्ता के लिए आना चाहें, तो आ सकते हैं।
राजभवन में दो साल से संशोधन विधेयक लंबित है। लगता नहीं कि इतने लंबे समय से कोई आपत्ति बची होगी। अगर फिर भी कोई आपत्ति लंबित है तो इसकी जांच की जाएगी