इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) एवं अस्पताल शिमला में रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से दो मरीजों के घुटनों का सफल प्रत्यारोपण किया गया। इन ऑपरेशन को लाइव करके चिकित्सकों को इसकी बारीकियों से अवगत करवाया गया है। हिमाचल प्रदेश में पहली बार इस तरह से घुटनों का प्रत्यारोपण किया गया।शिमला जिले के गलूखुरड़ गांव की गौरा देवी (64) और बागी गांव के गंगा राम (69) घुटनों में दर्द से परेशान होकर पिछले दिनों आईजीएमसी आए थे। आर्थो विभाग के चिकित्सकों ने जांच की तो पाया कि दोनों के घुटने बदलने होंगे। इसके बाद दोनों का उपचार शुरू किया गया। शुक्रवार को लोकमान्य अस्पताल पुणे के डॉ. नरेंद्र वैद्य और जालंधर के डॉ. शुभांग अग्रवाल ने आईजीएमसी के चिकित्सकों के साथ तीन घंटों में घुटनों के प्रत्यारोपण की प्रक्रिया पूरी की। आईजीएमसी के आर्थो विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनोज ठाकुर ने बताया कि हिमाचल चैप्टर ऑफ इंडियन आर्थोपेडिक एसोसिएशन ने वार्षिक काॅन्फ्रेंस रोबोटिक तकनीक के जरिये अस्पताल के चिकित्सकों को प्रत्यारोपण की बारीकियां भी बताईं। ऑपरेशन के बाद दोनों मरीज स्वस्थ हैं और 10 से 12 दिन में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।