हिमाचल पथ परिवहन निगम(एचआरटीसी) के बेड़े में 210 नई बीएस-6 बसें शामिल होंगी। टाटा कंपनी की 173 बसें हिमाचल पहुंच चुकी हैं जबकि 37 बसें पीडीआई (प्री डिलीवरी इंस्पेक्शन) के लिए नालागढ़ में खड़ी हैं। 47 और 28 सीटर नई बसें मिलने से यात्रियों को एचआरटीसी की खटारा हो चुकी कई बसों में सफर करने से छुटकारा मिलेगा। बीएस-6 बसों में जहां यात्रियों का सफर आरामदायक होगा, वहीं यह बसें कम ईंधन में ज्यादा माइलेज देंगी। बसों की कीमत 28 से 30 लाख के बीच है। एचआरटीसी की नई बसें टाटा के गोवा प्लांट में तैयार की गई हैंगोवा से यह बसें मालगाड़ी के रेल रैक के माध्यम से पहले चंडीगढ़ और फिर चंडीगढ़ से नालागढ़ पहुंचाई गई हैं। पीडीआई (प्री डिलीवरी इंस्पेक्शन) के दौरान निगम के अधिकारी बसों का निरीक्षण करेंगे। एचआरटीसी और टाटा कंपनी के बीच हुए करार की शर्तों के अनुसार बसें तैयार हुई हैं या नहीं पीडीआई में यह जांचा जाता है। इसके बाद एचआरटीसी मुख्यालय बसों का विभिन्न डिपो को आवंटन करेगा। एचआरटीसी की नई बसों में एलईडी रूट बोर्ड की सुविधा है। सीटों के बीच लेग स्पेस अधिक है। बस के भीतर सामान रखने के लिए बड़े कैरियर हैं, बस के पीछे डिग्गी की सुविधा भी है। छत पर कैरियर नहीं हैं। मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे के आदेशों के चलते बसों पर कैरियर की सुविधा नहीं दी गई है