विद्यार्थियों की कम संख्या वाले स्कूल-कॉलेज होंगे मर्ज, अप्रैल में शिक्षक तबादले, बैठक में लिया फैसल

 

Schools and colleges with less number of students will be merged, teachers will be transferred in April

हिमाचल प्रदेश में विद्यार्थियों की कम संख्या वाले स्कूल और कॉलेज मर्ज किए जाएंगे। अप्रैल 2025 के पहले हफ्ते में शिक्षकों के तबादले किए जाएंगे। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर की अध्यक्षता में राज्य सचिवालय में हुई विभागीय समीक्षा बैठक में यह फैसले लिए गए। शिक्षा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को प्री प्राइमरी से बारहवीं कक्षा तक एक शिक्षा निदेशालय बनाने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिए। दूसरा शिक्षा निदेशालय कॉलेज स्तर का होगा। मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि समीक्षा बैठक में हुए सभी फैसलों को लेकर मंत्रिमंडल की बैठक में प्रस्ताव रखे जाएंगे। कैबिनेट की मंजूरी के बाद नए फैसले लागू होंगे।

स्कूलों का दर्जा भी कम करने पर विचार
कम विद्यार्थियों की संख्या वाले स्कूलों को मर्ज करने के अलावा उनका दर्जा कम करने का विचार भी है। इसके तहत 25 विद्यार्थियों की संख्या वाले वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों को हाई स्कल का दर्जा दिया जाएगा। 20 बच्चों वाले हाई स्कूल को मिडल स्कूल बनाया जाएगा और दस बच्चों वाले मिडल स्कूलों को प्राइमरी स्कूल के तौर चलाया जाएगा। दस विद्यार्थियों की संख्या से कम वाले प्राइमरी स्कूल नजदीकी स्कूलों में मर्ज किए जाएंगे। इसी प्रकार जिन कॉलेजों में विद्यार्थियों की संख्या कम है, उन्हें भी नजदीकी कॉलेजों में मर्ज किया जाएगा। समीक्षा बैठक के दौरान शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने विभागीय अधिकारियों को इस बाबत विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर आगामी कैबिनेट बैठक में लाने के निर्देश दिए। 

युक्तिकरण की प्रक्रिया जल्द शुरू करने के निर्देश
समीक्षा बैठक में शिक्षकों के युक्तिकरण की प्रक्रिया को भी जल्द शुरू करने को कहा गया। इसके तहत प्रारंभिक शिक्षा के तहत जो 127 स्कूल प्रतिनियुक्ति पर लगाए गए शिक्षकों के सहारे चल रहे हैं, वहां नियमित शिक्षकों की जल्द नियुक्ति करने को कहा गया। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2024 में एक बड़ा फैसला लेते हुए स्कूलों में पढ़ाई का निरंतर माहौल बनाए रखने के लिए साल भर शिक्षकों के तबादले करने पर रोक लगा दी थी। अब 31 मार्च को चालू शैक्षणिक सत्र के समाप्त होते ही अप्रैल के पहले हफ्ते में तबादलों पर लगी रोक हटाने का फैसला लिया गया है। इसके तहत शिक्षकों को तबादले करवाने के लिए एक निश्चित समय दिया जाएगा। 

तबादला नीति बनाने के मैं पक्ष: शिक्षा मंत्री
इस अवधि के पूरा होने के बाद दोबारा से साल भर शिक्षकों के तबादले नहीं होंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि तबादला नीति बनाने के मैं पक्ष में हूं लेकिन प्रदेश की भोगौलिक स्थिति के चलते कई चीजों को देखना पड़ता है। फिलहाल हमने साल भर तबादले करने पर रोक लगाई है। समीक्षा बैठक में शिक्षा सचिव राकेश कंवर, समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा, प्रारंभिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।  जिला मंडी के धर्मपुर और नाचन विधानसभा क्षेत्र के तहत दो अटल आदर्श विद्यालय बनकर तैयार हो गए हैं। नए शैक्षणिक सत्र से इन स्कूलों में दाखिले किए जाएंगे। समीक्षा बैठक में फैसला लिया गया कि इन स्कूलों में परीक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा।

अटल आदर्श विद्यालयों में परीक्षा के आधार पर दाखिले देने की तैयारी
– जिला मंडी के धर्मपुर और नाचन विधानसभा क्षेत्र के तहत दो अटल आदर्श विद्यालय बनकर तैयार हो गए हैं। नए शैक्षणिक सत्र से इन स्कूलों में दाखिले किए जाएंगे। समीक्षा बैठक में फैसला लिया गया कि इन स्कूलों में परीक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा।

छुट्टियों के शेड्यूल को लेकर फरवरी के दूसरे सप्ताह में होगा फैसला
– प्रदेश के शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन स्कूलों के लिए तैयार किए जा रहे छुट्टियों के नए शेड्यूल पर फरवरी के दूसरे सप्ताह में फैसला लिया जाएगा। समीक्षा बैठक में इस बाबत अधिक चर्चा नहीं हुई। शिक्षा मंत्री ने सभी हितधारकों की गई चर्चा को लेकर रिपाेर्ट उन्हें जल्द देने के लिए कहा।

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