
हिमाचल प्रदेश यूके के लिए हल्दी निर्यात करने की योजना बना रहा है। ब्रिटिश डिप्टी हाई कमीशन से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने इसमें गहरी दिलचस्पी दिखाई है। सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कुल्लू में कृषि उद्योग और प्रदेश में भारतीय संचालित स्कॉटिश डिस्टिलरी की स्थापना पर भी चर्चा की। इसके अलावा ग्रीन हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक वाहन, पर्यटन, डेयरी, खाद्य प्रसंस्करण आदि पर भी बात की। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को यूके प्रतिनिधिमंडल के साथ आगामी बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए, जिससे प्रस्तावित परियोजनाएं प्रभावी ढंग से क्रियान्वित की जा सकें।
सुक्खू ने कहा कि यह बैठक यूके-हिमाचल के संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के मध्य सहयोग और आदान-प्रदान के नए अवसर सृजित होंगे।सोमवार को ब्रिटिश डिप्टी हाई कमीशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री से भेंट की और यूके-हिमाचल प्रदेश के संबंधों को मजबूत करने को लेकर चर्चा की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूके की डिप्टी हाई कमिश्नर कैरोलिन रौवेट, यूके सरकार के राजनीतिक, प्रेस और परियोजना सलाहकार राजेंद्र एस. नागरोटी ने किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को यूके और हिमाचल के बीच चल रही तथा संभावित साझेदारियों के बारे में जानकारी दी।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कृषि प्रौद्योगिकी (एग्रीटेक), ग्रीन हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक वाहन, पर्यटन, डेयरी उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण, डाटा भंडारण और जल संसाधन प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में साझेदारी पर गहरी रुचि दिखाई। उन्होंने इस क्षेत्र में यूके की विशेषज्ञता का लाभ उठाकर पारस्परिक विकास और प्रगति को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया। कैरोलिन रौवेट ने हिमाचल प्रदेश और यूके के निवेशों के बारे में बताया।