
राजधानी शिमला के लोअर समिट्री क्षेत्र में एक युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। युवक को सुबह के समय अचेत अवस्था में लोगों ने देखा जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को आईजीएमसी अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 24 वर्षीय साहिल मंडी के बलद्वाड़ा का रहने वाला था।
पुलिस को उसके हाथ में सिरिंज भी मिली है। इसको देखते हुए पुलिस इस मामले को नशे से जोड़कर भी देख रही है। पुलिस के मुताबिक शुक्रवार सुबह 9:00 बजे के करीब स्थानीय लोगों ने युवक को लोअर समिट्री में निर्माणाधीन एक भवन में अचेत अवस्था में पड़े देखा। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना ढली पुलिस स्टेशन को दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और युवक को फौरन आईजीएमसी अस्पताल ले जाया गया लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने मामले की सूचना परिजनों को दी। पुलिस के मुताबिक युवक के पास से एक सिरिंज भी बरामद की गई है। युवक का मोबाइल बंद पड़ा था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि युवक किसी काम से शिमला आया था। इसी दौरान संदिग्ध हालात में उसकी मौत हो गई।
युवक यहां कैसे पहुंचा और उसकी मौत कैसे हुई इसको लेकर लेकर पुलिस जांच कर रही है। दोपहर बाद मंडी से परिवार के सदस्य आईजीएमसी पहुंचे और उनकी मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। इसके बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही युवक की मौत के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा। एसपी संजीव कुमार गांधी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों का खुलासा हो पाएगा।
खलीनी और भट्ठाकुफर में सामने आ चुके हैं संदिग्ध मौत के मामले
राजधानी शिमला में इससे पहले भी युवकों की संदिग्ध मौत के मामले सामने आ चुके हैं। इससे पूर्व खलीनी में युवक अचेत अवस्था में मिला था और उसके पास से भी एक सिरिंज बरामद की गई थी। इस मामले में पुलिस ने उसके साथियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। वहीं भट्ठाकुफर क्षेत्र में भी एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आ चुका है। प्रदेश में चिट्टे का नशा बढ़ने के बाद आए दिन युवाओं की मौत के मामले सामने आ रहे हैं। इसको देखते हुए पुलिस इस मामले में भी नशे की ओवरडोज से जोड़कर भी मामले की जांच कर रही है।
लोग, बोले गश्त होती तो बच जाती जान
मामले में स्थानीय लोगों और पार्षद ने पुलिस पर सवाल उठा दिए हैं। लोगों का कहना है कि यदि पुलिस इस क्षेत्र में गश्त करती तो युवक की जान बच सकती थी। स्थानीय लोगों के अनुसार समिट्री क्षेत्र में दिन रात युवकों के झुंड घूमते रहते हैं। समिट्री एरिया में कई बार झगड़े भी हो चुके हैं।
कांग्रेस पार्षद नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि दो दिन पहले भी समिट्री में युवकों के बीच लड़ाई हो गई थी। इसके बाद लोगों ने पुलिस को मौके पर भी बुलाया। यहां रोज गश्त करने की मांग की। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। पार्षद ने कहा कि यदि पुलिस नियमित गश्त करती तो युवक की जान न जाती। कहा कि समिट्री क्षेत्र नशे का अड्डा बन चुका है। यहां तैनात महिला चौकीदार ने भी इस बारे में कई बार शिकायत दी है।
पार्षद ने कहा कि स्थानीय लोगों की मांग पर पहले कुछ दिन के लिए यहां पुलिस गश्त हुई थी। लेकिन फिर गश्त बंद हो गई। पार्षद ने कहा कि समिट्री क्षेत्र में करीब 30 बीघा जमीन जंगल वाला क्षेत्र है। यहां नशे के अड्डे बन रहे हैं। पुलिस को यहां निगरानी बढ़ानी चाहिए।