भारी बारिश-बर्फबारी के बाद माैसम खुला, दुश्वारियां बरकरार, फरवरी में 15 फीसदी अधिक बरसे बादल

Himachal Weather: After heavy rain and snowfall difficulties persisted, 15 percent more rain in February

हिमाचल प्रदेश में तीन दिन भारी बारिश-बर्फबारी के बाद शनिवार को माैसम तो खुला लेकिन दुश्वारियां बरकरार हैं। चंबा, लाहाैल-स्पीति, कुल्लू व किन्नाैर जिले में कई सड़कें, बिजली ट्रांसफार्मर व पेयजल आपूर्ति योजनाएं ठप हैं। बर्फबारी के बाद तापमान गिरने से ठिठुरन बढ़ गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान कई स्थानों पर अधिकतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई है। अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से 5-15 डिग्री सेल्सियस तक कम रहा है। आज राजधानी शिमला सहित अन्य क्षेत्रों में धूप खिलने के साथ हल्के बादल छाए हुए हैं।

शुक्रवार को कुल्लू के पाहनाला और कांगड़ा के छोटा भंगाल के मुल्थान में बादल फटे। भारी बारिश-बर्फबारी के चलते पंजाब के पर्यटक की मौत हो गई है, जबकि दो लोग लापता और तीन घायल हैं। बारिश-बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। भूस्खलन-बाढ़ से अलग-अलग जगह 22 वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। चंबा, लाहौल और किन्नौर में पांच जगह हिमखंड गिरे।   आज कुल्लू, पांगी, लाहौल, किन्नौर समेत कुछ जिलों के शिक्षण संस्थानों में छुट्टी कर दी गई है। केंद्रीय विद्यालय जाखू शिमला और जतोग में शनिवार को प्राइमरी की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।

583 संपर्क मार्ग बाधित
प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि पिछले दो दिनों में राज्य में भारी बर्फबारी और बारिश हुई है। इससे कुछ जगहों पर लाभ हुआ है और कुछ जगहों पर नुकसान भी हुआ है। 583 संपर्क मार्ग बाधित हैं और कई जगहों पर पांच राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हैं।  हमें कई जगहों पर दुर्घटनाओं की जानकारी मिली है। जहां भी सड़कें अवरुद्ध हैं, वहां बर्फ हटाने की प्रक्रिया चल रही है। हम जल्द से जल्द वाहनों और अन्य आवाजाही को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं।

सड़क बहाली में जुटा बीआरओ, हिमखंडों के गिरने का खतरा बढ़ा
 जिला लाहौल-स्पीति व कुल्लू में तीन दिन बाद मौसम खुला है। ऐसे में बर्फबारी व बारिश से राहत मिली है। हालांकि, जनजीवन अभी पटरी पर नहीं लाैटा है। हिमखंडों के गिरने का खतरा अब बढ़ गया है। बर्फबारी से लाहौल का संपर्क देश-दुनिया से कटा हुआ है। बीआरओ ने अब सड़कों की बहाली का कार्य शुरू कर दिया है। कुल्लू और लाहौल में 280 से अधिक सड़कें बंद हैं। वहीं बिजली के भी 500 से अधिक ट्रांसफार्मर अभी ठप हैं। वहीं  गांधीनगर के समीप भूस्खलन का मलबा सड़क पर आने से कुल्लू-भुंतर मुख्य सड़क में शनिवार सुबह से वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। मलबा हटाने के लिए सुबह 9:00 बजे के बाद जेसीबी मशीन मौके पर पहुंची। टिकराबावड़ी से लेकर कुल्लू शहर तक दोनों ओर लोग सड़क बहाल होने का इंतजार करते रहे।

कहां कितनी बारिश-बर्फबारी
बीते 24 घंटों के दाैरान भुंतर में 112.2, जोत 108.8, जोगिंद्रनगर 108.0, सेऊबाग 106.0, बंजार 92.0, धर्मशाला 85.2, मनाली 82.0, बैजनाथ 78.0, पालमपुर 75.6, करसोग 68.2, रामपुर 60.0 व शिमला 25.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं खदराला में 20.0, कोठी 15.0, निचार 5.0 व जोत में 4.0 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई।

फरवरी में सामान्य से 15 फीसदी अधिक बरसे बादल
फरवरी में प्रदेश में सामान्य से 15 फीसदी अधिक बारिश हुई। बीते बुधवार तक प्रदेश में सामान्य से 40 फीसदी कम बारिश हुई थी। दो दिनों के दौरान हुई बारिश ने फरवरी की औसत बारिश में सुधार ला दिया है। फरवरी में 117 मिलीमीटर बारिश हुई। 101 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है।

देश-दुनिया से कटा पांगीवासियों का संपर्क, बीआरओ मार्ग बहाली में जुटा
जनजातीय क्षेत्र पांगी में भारी बर्फबारी के बाद अब किलाड़-कुल्लू-मनाली मार्ग को यातायात के लिए बहाल करने के लिए  सीमा सुरक्षा संगठन की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है। मौसम के खुलते ही किलाड़ से उदयपुर की तरफ सड़क पर जमी बर्फ को हटाने का काम शुरू हो गया है। जनजातीय क्षेत्र पांगी में फरवरी माह के अंत तक जमकर बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के चलते पांगीवासियों का संपर्क देश-दुनिया से पूरी तरह से कट गया है। ऐसे में लोगों को राहत प्रदान करने  के लिए बीआरओ की टीम अपनी मशीनरी समेत किलाड़-मनाली मार्ग और लोक निर्माण विभाग की टीमें संपर्क मार्गों को यातायात के लिए बहाल करने के कार्य में जुट गई हैं। वहीं, चुराह उपमंडल के अधीन आने वाले चंबा-तीसा मार्ग समेत संपर्क मार्गाें को भी लोक निर्माण विभाग की टीमों ने बहाल करने के लिए मोर्चा संभाल लिया है।

न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 3.6, सुंदरनगर 7.0, भुंतर 4.3, धर्मशाला 4.2, ऊना 7.2, नाहन 10.1, केलांग -6.9, पालमपुर 4.0, सोलन 6.0, मनाली 0.2, कांगड़ा 7.4, मंडी 7.3, चंबा 7.6, डलहाैजी 2.4, बिलासपुर 10.6, जुब्बड़हट्टी 6.3, भरमाैर 0.9, सेऊबाग 1.5, पांवटा साहिब 13.0, सराहन 0.3 व देहरा गोपीपुर में 11.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। कुल्लू की डीसी तोरुल एस रवीश ने कहा कि कुल्लू जिले में मौसम साफ हो गया है। हम अब बहाली के काम पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। 112 लिंक रोड बंद हैं। फंसे हुए लोगों के लिए राहत कार्य किया जा रहा है। ऊपरी इलाकों में बर्फ हटाने का काम किया जा रहा है। जिले में 1646 डीटीआर बाधित हैं, और 125 जलापूर्ति योजनाएं, 6 सिंचाई योजनाएं, 2 सीवरेज और 11 एलआईए योजनाएं बाधित हैं। 

आने वाले दिनों में कैसा रहेगा माैसम
माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 1 और 2 मार्च को राज्य में कुछ स्थानों पर, 4 मार्च को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है। 3 मार्च  को राज्य में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। इस दाैरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश-बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट है। 2 मार्च तक न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। राज्य के कई हिस्सों में 2 मार्च तक अधिकतम तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और उसके बाद अगले 2-3 दिनों तक 3-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने के आसार हैं। 3 मार्च को मैदानी-निचले पहाड़ी और मध्य पहाड़ी क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर ठंडा दिन रहने की संभावना है। 5 मार्च से पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है।

इन जिलों में फिर भारी बारिश-बर्फबारी के आसार
राज्य में मौसम की स्थिति पर माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के वरिष्ठ वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने कहा कि पिछले 24 घंटों में राज्य के ऊपरी इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी भी हुई है। कुल्लू, कांगड़ा और मंडी जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश देखी गई। जलवायु में अचानक बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ, जो 25 फरवरी को सक्रिय हुआ और बीती देर रात तक जारी रहा। 2 मार्च को एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा और इसका असर 3 मार्च को दिखेगा।  कांगड़ा, चंबा और लाहौल-स्पीति में भारी  बारिश-बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट है । कुल्लू और मंडी में के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है। शिमला सहित शेष जिलों में हल्की से मध्यम बारिश-बर्फबारी की संभावना है।

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