
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर में कैंसर के मरीजों के लिए पैट स्कैन की सुविधा शुरू हो गई है। शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने एम्स में 31 करोड़ रुपये की पैट और स्पैक्ट मशीन का शुभारंभ किया। कैंसर के मरीजों के लिए पैट स्कैन सुविधा देने वाला एम्स प्रदेश का पहला स्वास्थ्य संस्थान बन गया है। यहां मरीजों को रियायती दरों पर उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं मिलेंगी
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और हिमकेयर योजनाओं के लाभार्थियों और गरीबी रेखा से नीचे के मरीजों को सेवाएं निशुल्क मिलेंगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने हिमाचल को पोर्टेबल अस्पताल की भी सौगात दी है। उन्होंने पोर्टेबल अस्पताल भीष्म का पहला सेट एम्स को सौंपा, इसकी लागत करीब तीन करोड़ रुपये है। पोर्टेबल अस्पताल आपदा के समय मरीजों को मौके पर उपचार देने की सुविधा देगा।
नड्डा ने कहा कि वर्ष 2027 तक देशभर में 25,000 जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। इससे देश की जनता को सुविधा होगी। उन्होंने एम्स के बी-ब्लॉक में जन औषधि फार्मेसी का शुभारंभ किया। इसमें 50 प्रतिशत से अधिक छूट पर जीवन रक्षक दवाएं मिलेंगी। उन्होंने प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि योजना के लाभार्थियों से भी बातचीत की। नड्डा ने बताया कि एम्स बिलासपुर में खुली यह देश की 225वीं अमृत फार्मेसी है। उन्होंने कहा कि एम्स में शुरू हुई पैट स्कैन सुविधा से कैंसर, न्यूरोलॉजिकल और हृदय रोगों के सटीक निदान में मदद मिलेगी, जबकि स्पैक्ट स्कैनर से हड्डियों, किडनी और हृदय से जुड़ी बीमारियों की जांच हो सकेगी।
मरीजों-तीमारदारों के लिए बनेगा विश्राम सदन
नड्डा ने दूरदराज से आने वाले मरीजों और उनके परिजनों के लिए 15 करोड़ से बनने वाले विश्राम सदन का भूमि पूजन भी किया। यह सुविधा उन मरीजों और उनके परिवारों के लिए उपयोगी होगी, जिन्हें इलाज के लिए एम्स में कई दिन रुकना पड़ता है। सांसद अनुराग ठाकुर ने विश्राम सदन की क्षमता 250 से बढ़ाकर 500 बिस्तरों की करने का सुझाव दिया। मंत्री ने उनके सुझाव पर बिस्तरों की क्षमता बढ़ाकर 500 करने की घोषणा