
दोस्तों के साथ एक दिन पार्टी में मजाक-मजाक में चिट्टे का सेवन कर लिया। फिर यह सेवन लत में बदल गया। हालात ऐसी हो गई कि वित्तीय हालात बिगड़ने लगे। परिजनों और दोस्तों से पैसे मांग कर चिट्टे का सेवन किया। यह कहना है धर्मपुर के एक युवक का, जो अब चिट्टे के दलदल से बाहर आ चुका है। 36 वर्षीय युवक ने बताया कि उसने डेढ़ साल तक चिट्टे का सेवन किया। हालात बिगड़ने लगे तो इसका पता परिजनों को भी चल गया। परिजन उसे डॉक्टर के पास ले गए और नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया। उसने भी इच्छाशक्ति दिखाई और आज वह नशे के दलदल से बाहर आ चुका है। उसने युवाओं के आग्रह किया कि वे नशे में न फंसें। अगर फंस गए हैं तो बाहर निकलने की कोशिश करें। उसने अभिभावकों से भी आग्रह किया कि अपने बच्चों की मदद करें ताकि वे इससे बाहर निकल सकें। नशे का आदी युवक अलग-थलग पड़ जाता है।
अकेला महसूस करता है नशे का आदी व्यक्ति
युवक ने कहा कि नशे का आदी व्यक्ति अकेला महसूस करता है। शुरू में उसे नशा अच्छा लगता है लेकिन फिर आदत से छुटकारा पाने की कोशिश भी करे तो वह इसे छोड़ नहीं पाता। उसे लगता है कि उसके साथ कोई नहीं है। इसका घर वालों का पता लगे तो वे उसे बाहर निकाल देंगे। नशे के आदी युवा परिजनों को इसकी जानकारी दें और उनकी मदद से बाहर आने का प्रयास करें।
बच्चे में कोई परिवर्तन दिखे तो नजरअंदाज न करें
क्षेत्र के लोगों से अपील है कि चिट्टा तस्करी की सूचना नजदीकी पुलिस चौकी या थाने में दें। चिट्टा तस्करी रोकने के लिए सबसे पहले अपने घर से शुरुआत करनी होगी। अगर बच्चे में कोई परिवर्तन दिखाई देता है तो उसे नजरअंदाज करने के बजाय उस पर गंभीरता से विचार करना होगा।