
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि आर्थिक स्थिति के सुदृढ़ होते ही महंगाई भत्ते के एरियर का सारा भुगतान कर दिया जाएगा। प्रदेश के विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते की तीन किस्तें देय हैं। सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने एक जुलाई 2023 से 4 प्रतिशत, 1 जनवरी 2024 से भी 4 प्रतिशत और 1 जुलाई 2024 से तीन प्रतिशत डीए देना है। कुल देय 11 प्रतिशत है। सरकार ने 1 जुलाई 2022 और 1 जनवरी 2023 को देय महंगाई भत्ते के एरियर का भी अब तक भुगतान नहीं किया है। भाजपा विधायक सतपाल सिंह सत्ती के प्रश्न के सदन के पटल पर रखे लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की वित्तीय स्थिति के दृष्टिगत अधिकारियों और कर्मचारियों को महंगाई भत्ते का भुगतान करने में देरी हो रही है। सीएम सुक्खू कहा कि राज्य सरकार ने वित्तीय स्थिति को बेहतर करने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं और बेहतर वित्तीय प्रबंधन की प्रक्रिया जारी है।
बिजली बोर्ड में ओपीएस बहाली विचाराधीन : सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन बहाली का मामला विचाराधीन है। आनी से भाजपा विधायक लोकेंद्र कुमार के सवाल का लिखित जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि बिजली बोर्ड में वर्ष 2003 के बाद नियमित कर्मचारी जो एनपीएस योजना के तहत हैं के लिए ओपीएस लागू नहीं हुई है। जनवरी 2022 से 20 फरवरी 2025 तक बिजली बोर्ड से कुल 248 कर्मचारी न्यू पेंशन स्कीम के तहत सेवानिवृत्त हुए हैं।
शून्य नामांकन होने पर 66 स्कूलों में बंद किया विज्ञान संकाय
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के 66 वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में विज्ञान संकाय में शून्य नामांकन होने के कारण विज्ञान संकाय की अनुमति को वापस ले लिया गया है। भाजपा विधायक त्रिलोक जम्वाल के सवाल का लिखित जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि इन स्कूलों के 201 शिक्षकों के पदों को सरप्लस पूल में रखा गया है। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में विद्यार्थियों की पर्याप्त संख्या होगी वहां किसी भी संकाय को बंद नहीं किया जाएगा।
कॉलेजों में प्रिंसिपलों के 37, सह आचार्यों के 613 पद खाली
भाजपा विधायक रणधीर शर्मा के सवाल का लिखित जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश के कॉलेजों में प्रिंसिपलों के 37 और सह आचार्यों के 613 पद खाली हैं। प्रदेश में कुल 141 डिग्री कॉलेज और नौ संस्कृत कॉलेज हैं। डिग्री कॉलेजों में प्रिंसिपलों के 28 और सह आचार्यों के 589 पद रिक्त हैं। डिग्री कॉलेजों में सह आचार्यों के स्वीकृत 2783 पदों में से 2194 पद भरे हुए हैं। संस्कृत कॉलेजों में प्रिंसिपलों के सभी नौ पद रिक्त चल रहे हैं। यहां सह आचार्यों के 75 स्वीकृत पदों में से 24 पद रिक्त हैं।