
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रश्नकाल के बाद सदन को बिलासपुर गोलीकांड की जांच में हुई प्रगति से अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने बताया कि विशाल चंदेल के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता ने बताया कि घटना में उसके बाएं पैर में गोली लगी, पूर्व विधायक बंबर ठाकुर और उनके पीएसओ संजीव कुमार को भी गोली लगी। बंबर ठाकुर का आईजीएमसी शिमला और पीएसओ संजीव कुमार एम्स बिलासपुर में इलाज चल रहा है।
फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए हैं। मौके पर 24 खाली कारतूस बरामद किए हैं। सीसीटीवी फुटेज, आईटीएमएस, आईपीडीआर, सीडीआर और डंप डाटा सहित डिजिटल साक्ष्यों की जांच की जा रही है। वारदात में इस्तेमाल बोलेरो के चालक रितेश शर्मा उर्फ रिशु को गिरफ्तार किया गया है। वाहन में 10 जिंदा कारतूस, एक खाली कारतूस और एक खाली मैगजीन मिली है। दो अन्य आरोपी रोहित कुमार राणा और मंजीत सिंह नड्डा को भी गिरफ्तार किया गया है। तीनों गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर 4 दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया है।
जांच में पता चला है कि रोहित कुमार राणा और मंजीत सिंह नड्डा मुख्य साजिशकर्ता हैं। गोलीबारी की घटना में 4 शूटर शामिल थे। दो शूटरों अमन और सागर की पहचान हो चुकी है। बिलासपुर में इनके ठहरने के स्थान की पहचान हो चुकी है। अपराधियों की पकड़ने के लिए टीमें पड़ोसी राज्यों में भी भेजी गई हैं। अमर और सागर की तस्वीरे सीसीटीवी फुटेज की मदद से हरियाणा पुलिस को भी भेजी गई है और गिरफ्तारी में मदद ली जा रही है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह के पर्यवेक्षण में डीआईजी मंडी सौम्या सांबशिवम की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई है।
आरक्षी संजीव कुमार के साहस की सदन ने की प्रशंसा
पूर्व विधायक बंबर ठाकुर के सुरक्षा अधिकारी आरक्षी संजीव कुमार के साहस की सदन ने प्रशंसा की है। संजीव कुमार ने गोली लगने के बावजूद शूटरों पर गोलियां बरसाईं। इसके चलते आरोपियों को भा जिसके कारण उन्हें मौके से फरार होना पड़ा। संजीव के साहस से मौके पर मौजूद अन्य लोग गोलियों का शिकार होने से बच गए।
इसी सत्र में आएगा एक्ट, जिससे भविष्य में न हों ऐसी वारदातें
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अपने संबोधन में कहा कि इसी सत्र में सरकार असामाजिक तत्वों पर शिकंजा कसने के लिए कड़े प्रावधान लागू करने को लेकर एक्ट ला रही है, जिससे भविष्य में प्रदेश ऐसी वारदातें न हों।