
हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर से सटे पुलघराट में शुक्रवार रात हुए गोलीकांड के बाद अलर्ट पर पुलिस ने शनिवार रात नाकाबंदी में एक ट्रक से 320 पेटी शराब बरामद कर चालक को गिरफ्तार किया। ट्रक के पकड़े जाने की सूचना पर वहां फॉर्च्यूनर गाड़ी में पहुंचे शराब माफिया के लोगों ने पुलिस पर दराट से हमले किया। बंदूक से पुलिस कर्मियों को डराने की भी कोशिश की। काफी देर तक पुलिस और माफिया में हंगामा हुआ। बाद में शराब माफिया के लोग फिल्मी स्टाइल में फरार हो गए। पुलिस ने ट्रक चालक और हमला करने वाले शराब माफिया के लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने शराब माफिया के लोगों की पहचान कर ली है। पुलिस के अनुसार सुंदरनगर की तरफ से शराब माफिया के लोग गाड़ी में आए। गाड़ी में आरोपी नाचन क्षेत्र के ढाबण गांव निवासी मुकेश और पंकज सवार थे। मुकेश ने दराट पकड़ा था। आरोप है कि आरोपी मुकेश ने पुलिस टीम के जवान राजेश कुमार निवासी भोजपुर के साथ गाली-गलौज किया और जान से मारने की धमकी और मारपीट की। इससे राजेश के हाथ, टांग और बाजू में चोटें आई हैं। सुंदरनगर पुलिस के विशेष जांच दल की टीम एएसआई दौलत राम, आरक्षी कमल किशोर और अविनाश की अगुवाई में किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर चमुखा में नाका लगाकर गाड़ियों की चेकिंग कर रही थी।
इस दौरान उक्त ट्रक को रोका गया था। पुलिस ने मौके पर गाड़ी के चालक से शराब को लेकर लाइसेंस और परमिट मांगा, जिसे वह पेश नहीं कर सका। इसके बाद ट्रक की तलाशी ली तो उसमें से 100 पेटी ऊना नंबर वन, 200 पेटी रॉयल स्टैग, 10 पेटी गोल्फर शॉट और 10 ब्लेंडर प्राइड बरामद कीं। पुलिस पूछताछ में ट्रक चालक ने बताया कि शराब बिलासपुर से ट्रक में लोड की गई थी और उसे नेरचौक और मंडी में उतारा जाना था। पुलिस की मानें तो ढाबन निवासी मुकेश कई वर्षों से शराब के धंधे में संलिप्त रहा है। पुलिस टीम व अन्य पर हमले के बाद गाड़ी में फरार हुए मुख्य सरगना सहित अन्य लोगों के मोबाइल फोन बंद आ रहे है। बहरहाल पुलिस ने ट्रक और चालक सहित अवैध शराब को कब्जे में लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
एसआईयू टीम सुंदरनगर पुलिस ने चमुखा में नाकाबंदी करते हुए ट्रक से 320 अवैध देसी और अंग्रेजी शराब सहित चालक को गिरफ्तार किया है। मामले में पुलिस टीम व एक व्यक्ति पर दराट से हमला करने पर दो लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। मामले में जांच जारी है