
हिमाचल प्रदेश में 441 शराब ठेकों की नीलामी नौ और दस अप्रैल को होगी। अब बड़ी-बड़ी यूनिट की जगह एक-एक शराब ठेके की बोली लगाई जाएगी। इन दो दिनों में भी नीलामी नहीं हुई तो सरकार के निगम और बोर्डों को शराब की बिक्री का काम दिया जाएगा। शिमला जिले में 113, मंडी में 134, कुल्लू में 76, कांगड़ा में 102 और बिलासपुर में 16 शराब ठेकों की नीलामी की जानी है। सात और आठ अप्रैल को नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए फार्म दिए जाएंगे। नौ और दस अप्रैल को सुबह नौ बजे से नीलामी प्रक्रिया शुरू होगी।
प्रदेश में बीते दो सप्ताह से जारी नीलामी प्रक्रिया में शिमला, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और बिलासपुर में शराब ठेकों के कई यूनिट नहीं बिके हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में कर एवं आबकारी विभाग की ओर से प्रस्तुति दी गई थी। सरकार ने निर्देश दिए कि बड़ी यूनिट की जगह एक-एक करके शराब ठेके नीलाम किए जाएं। इस दौरान भी अगर कारोबारियों ने शराब ठेके लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाई तो सरकार के निगम और बोर्डों को ठेके लेने का काम दिया जाएगा।
इस व्यवस्था के तहत एग्रो इंडस्ट्री कॉरपोरेशन, हिमफेड और एसआईडीसी के माध्यम से शराब बेची जाएगी। प्रदेश में करीब 2100 शराब ठेके हैं। 441 ठेके बेस प्राइज अधिक होने के चलते नहीं बिक पा रहे हैं। कर एवं आबकारी विभाग की ओर से नीलामी के लिए कई दिन भी बढ़ाए। इसके बावजूद ठेेके नहीं बिकने पर सरकार को मामला मंत्रिमंडल के ध्यान में लाना पड़ा। प्रदेश सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए शराब कारोबार से 2800 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा है।