
हिमाचल प्रदेश में 60 से 70 साल पुराने पुल हटेंगे। इनकी बुनियाद पूरी हो चुकी है। लोक निर्माण विभाग ने वाहन योग्य पुलों का ऑडिट करवाया है। इसमें कई पुलों की हालत खस्ता है। बार-बार ये पुल मरम्मत मांग रहे हैं। ऐसे में इन्हें हटाकर नए पुलों का निर्माण किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने 28 बैली ब्रिज खरीदे हैं। इन्हें भी उन स्थानों पर स्थापित किया जाएगा। जहां आपदा के दौरान पुलों ध्वस्त हो गए थे।
हिमाचल में 3,00 से ज्यादा पुल हैं। इन पर वाहनों की आवाजाही होती है। सरकार ने जोन, मंडल और उपमंडल स्तर पर इंजीनियरों की टीमों को पुलों का निरीक्षण कर रिपोर्ट मांगी थी। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल में साल 2023 में आई आपदा में ध्वस्त 21 पुलों का नए सिरे से निर्माण होगा। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) चरण-3 में ये पुल बनाए जाएंगे। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इन पुलों के निर्माण के लिए 140.90 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। इसमें से 126.81 करोड़ ग्रामीण विकास मंत्रालय और 14.09 करोड़ रुपये प्रदेश सरकार वहन करेगी। हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और मंडी में पुलों का निर्माण किया जाना है
लोक निर्माण मंत्री कुल्लू में गिरे पुल का करेंगे निरीक्षण
लोक निर्माण मंत्री कुल्लू जा रहे हैं। इस दौरान वह सैंज-ओट-लुहरी राष्ट्रीय राजमार्ग-305 के पास ध्वस्त हुए पुल का निरीक्षण करेंगे। यह पुल 1970 का बना हुआ था। जब तक आरसीसी का पुल नहीं बन जाता तब तक यहां बैली ब्रिज लगाया जाएगा। इसको लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।