
आईटीआई नालागढ़ की एक महिला ट्रेनर ने प्रधानाचार्य पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। महिला ने विभाग की योजना उत्पीड़न कमेटी को इसकी शिकायत की है। शिकायत पत्र में महिला ने बताया कि वह नालागढ़ माॅडल आईटीआई में ट्रेनर है। पिछले कुछ समय से उन्हें बिना काम से ऑफिस में बुलाया जाता है। आरोप लगाए कि जब प्रधानाचार्य का ऑफर स्वीकार नहीं किया तो उसे उस दिन से प्रताड़ित किया जाने लगा। उसका कांट्रेक्ट रद्द करने और उसे नौकरी से निकालने की धमकियां भी मिलने लगी। महिला ने बताया कि इसकी शिकायत तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक से भी की गई। विभाग की महिला उत्पीड़न कमेटी की ओर से 22 अप्रैल को इसकी सुनवाई रखी गई है।
उधर, संस्थान के प्रधानाचार्य ने बताया कि यह केवल उन्हें बदनाम करने की साजिश है। फरवरी में संस्थान के चार कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए लिखा गया था। इन कर्मचारियों के प्रमाण पत्र को लेकर भी संशय है। इस महिला कर्मचारी के लेक्चर भी शॉर्ट हैं। जब इन कर्मचारियों को यह पता चला कि उनके खिलाफ कार्रवाई होनी है तो उन्होंने रिकॉर्ड में पहले टेंपरिंग की, जिसकी सीसीटीवी फुटेज उनके पास है। उसके बाद यह रिकॉर्ड फाड़ दिया गया और सुबूत मिटाने का प्रयास किया गया। अपने ऊपर कार्रवाई की तलवार लटके देख उनकी कई जगह पर उत्पीड़न की शिकायत भेज दी। उन्होंने किसी के साथ कोई उत्पीड़न नहीं किया है। अब इस मामले में ध्यान हटाने के लिए ऐसा किया गया है और उन पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। अब इसकी सुनवाई 22 अप्रैल को है, जिसमें सच्चाई सामने आ जाएगी।