
सामरिक महत्व की मनाली-सरचू-लेह सड़क की बहाली में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) जुटा है। बीआरओ 70 आरसीसी की 12 के करीब मशीनों के साथ 80 जवान बर्फ में जंग लड़ रहे हैं। हिमाचल सीमा सरचू तक 42 किमी बर्फ सड़क से हटाने का कार्य अभी बाकी है। वहां पहुंचने में बर्फ हटाने में जवानों को विपरीत परिस्थितियों में पसीना बहाना पड़ेगा। बता दें कि बीआरओ ने 145 किमी दारचा से सरचू की तरफ 21 मार्च को बर्फ हटाने का काम शुरू किया था। एक माह में संगठन की टीम 183 किमी में बर्फ से जंग लड़ते हुए आगे बढ़ी है।
इस सड़क की बहाली में बीआरओ की बर्फ हटाने की परीक्षा जिंगजिंगबार से ज्यादा शुरू होती है। यह टीम अभी जिंगजिंगबार से 14 किमी बर्फ हटाते हुए बढ़ रही हैं, जबकि अभी सरचू तक 42 किमी सड़क बहाली का कार्य शेष है। विगत वर्ष मनाली-सरचू-लेह सड़क को बीआरओ ने 23 अप्रैल को यातायात के लिए खोल दिया था। इस बार यह सड़क एक माह बाद देरी से खुलने की संभावना है। …हां यह जरूर है कि इस बार पिछले वर्ष के मुकाबले सर्दी में अधिक बर्फबारी हुई है। सीमा सड़क संगठन ने इस सड़क की बहाली का कार्य भी देरी से शुरू किया है। वहीं, भारतीय सेना के साथ केलांग, जिस्पा, दारचा सहित क्षेत्र के पर्यटन कारोबारी बेसब्री से सड़क के खुलने का इंतजार कर रहे हैं। इस संबंध में सीमा सड़क संगठन के एक अधिकारी ने बताया कि जिंगजिंगबार से आगे 183 किमी पर बर्फ हटाने का काम चल रहा है। यहां से आगे सरचू 42 किमी से बर्फ हटाना बाकि रह गया है।