
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आय से अधिक संपत्ति जुटाने के मामले में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) जिला कार्यालय बद्दी के तत्कालीन क्षेत्रीय आयुक्त रवि आनंद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बद्दी में क्षेत्रीय आयुक्त रहते रिश्वत लेने के मामले में सीबीआई ने रवि को गिरफ्तार किया था। रवि के खिलाफ लोक सेवक के रूप में काम करते हुए आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। सीबीआई ने एक अप्रैल 2022 से 30 नवंबर 2024 के बीच आय को खंगालने के बाद एफआईआर दर्ज की है।
सीबीआई ने नवंबर 2024 में 10 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में रवि आनंद, प्रवर्तन अधिकारी बिलासपुर निवासी मदन लाल भट्टी और प्राइवेट कंसल्टेंट संजय कुमार निवासी बिहार को गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन अधिकारी ने शिकायतकर्ता की फर्म के पीएफ के पांच साल पुराने मामले को निपटाने के लिए कंसल्टेंट के माध्यम से अपने और ईपीएफओ के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के लिए 10 लाख की रिश्वत मांगी थी। मांग पूरी न करने पर आरोपी ने 45-50 लाख की वसूली की बात की गई थी। रिश्वत की मांग करने पर शिकायतकर्ता ने 23 नवंबर को एसपी सीबीआई (एसीबी) शिमला को शिकायत दी। शिकायत पर सीबीआई ने जांच की तो यह आरोप सही पाए गए और 24 नवंबर को आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इस मामले के आधार पर जब सीबीआई ने आरोपी रवि आनंद की आय की जांच की तो बैंक खातों की जांच में आय से अधिक संपत्ति जुटाने का खुलासा हुआ।
क्षेत्रीय आयुक्त के चंडीगढ़ आवास से बरामद हुए थे 23.5 लाख
रिश्वत मामले में सीबीआई टीम ने क्षेत्रीय आयुक्त रवि आनंद के चंडीगढ़ स्थित आवास परिसर से 23.5 लाख रुपये के साथ अन्य दस्तावेज भी बरामद किए थे। पुलिस अधीक्षक सीबीआई राजेश चहल की अगुवाई में 9 सदस्यीय टीम ने इस कार्यवाई को अंजाम दिया था।