
पर्यटन विकास निगम और वन्य प्राणी विंग के दफ्तर को शिफ्ट करने के बाद अब प्रदेश सचिवालय से रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) के कार्यालय को धर्मशाला ले जाने की तैयारी है। शहरी विकास विभाग ने इसे लेकर राज्य सरकार को पत्र लिखा है। इसमें कार्यालय और आवासीय सुविधा के लिए स्थान उपलब्ध कराने की बात कही गई है। यह तीसरा कार्यालय होगा, जिसे धर्मशाला शिफ्ट किया जा रहा है। रेरा में अध्यक्ष और दो सदस्यों की तैनाती होनी है। बताया जा रहा है कि इससे पहले कार्यालय को शिमला से शिफ्ट किया जाना है।
यह भी जानकारी मिली है कि शिमला में रेरा का दफ्तर खाली होने के बाद यहां उद्योग विभाग के खनन विंग को शिफ्ट किया जा सकता है। वर्तमान में यह कसुम्पटी में किराये के भवन में चल रहा है। ऐसे में उद्योग विभाग का कार्यालय एक ही जगह पर हो जाएगा। रेरा का दफ्तर शिफ्ट होने से धर्मशाला में आधारभूत ढांचा विकसित किया जाना है। यहां चरणबद्ध तरीके से भवनों का निर्माण किया जाना है।
रेरा अध्यक्ष पर सरकार लेगी फैसला
मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली चयन कमेटी ने रेरा अध्यक्ष और सदस्यों के लिए साक्षात्कार लिए हैं। अध्यक्ष के लिए 14, जबकि सदस्यों के लिए 25 के करीब आवेदन आए थे। चयन कमेटी ने सरकार के पास अध्यक्ष के लिए दो नाम भेजे हैं। इनमें से एक के नाम पर मुहर लगनी है। इसी तरह सदस्यों के लिए भी 4 नाम सुझाए हैं। इनमें से दो लोगों तैनाती की जानी है। हाईकोर्ट ने भी रेरा में नियुक्ति न होने पर कड़ा संज्ञान लिया है।