
औषधीय गुणों से भरपूर हिमाचल के लहसुन की मांग दक्षिण भारत के राज्यों तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश समेत अन्य राज्यों में बढ़ने लगी है। अभी तक चार ट्राले लहसुन दूसरे राज्यों के लिए भेजा जा चुका है। हालांकि अभी सिर्फ सोलन का ही लहसुन चला हुआ है। सिरमौर का लहसुन भी कुछ दिन में आना शुरू हो जाएगा। किसानों को भी ग्रेड के हिसाब से लहसुन के दाम 40 से 125 रुपये किलो तक मिल रहे हैं। इस बार पिछले वर्ष की तुलना में लहसुन की अधिक पैदावार है। जानकारी के अनुसार, हिमाचल का लहसुन औषधीय गुणों से भरपूर है। इसकी मांग पूरे देश में रहती है। जिला सिरमौर में लहसुन की सबसे अधिक पैदावार होती है।
कुल्लू में भी बड़े पैमाने पर लहसुन की खेती की जाती है। सोलन और शिमला में भी लहसुन पैदा होता है। सिरमौर और सोलन में मई तक फसल तैयार होती है। यहां का लहसुन देश ही नहीं, विदेशों में भी धूम मचाता है। इसकी दक्षिण भारत की मंडियों में भारी मांग रहती है। हालांकि कोविड के बाद अभी तक यहां के लिए लहसुन नहीं गया है। लेकिन देश के केरल, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु के अलावा त्रिपुरा व सिक्किम भी लहसुन भेजा जा रहा है। सोलन सब्जी मंडी के आढ़ती अमर सिंह ठाकुर ने बताया कि लहसुन की खेप आना शुरू हो गई है। किसानों को भी ग्रेड के हिसाब से दाम मिल रहे हैं। इन दिनों तमिलनाडु और कर्नाटक में हिमाचल के लहसुन की अधिक मांग है।