
नवोदय विद्यालय समिति के गैर-शिक्षण पदों के लिए देशभर में आयोजित भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने की आशंका है। पुलिस जांच में ऐसे तथ्य सामने आ रहे हैं। पकड़े गए अभ्यर्थियों ने खुलासा किया कि उन्हें नकल गिरोह ने सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिये प्रश्न पत्र के सीरीज नंबर बताने कहा था। इसके बाद प्रश्नवार उत्तर बताए जाने थे। इससे पुलिस को शक है की नकल गिरोह के पास पहले से ही प्रश्नपत्र की जानकारी थी। जांच में पता चला कि पकड़े गए ज्यादातर अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट परीक्षा का समय शुरू होने के आधे से एक घंटे बाद तक खाली थी। एक भी टिक नहीं लगाया था।
आशंका है कि अभ्यर्थियों से एक साथ प्रश्नपत्र हल करवाए जाने थे। अब पुलिस नकल गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के लिए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। साथ ही उनके मोबाइल फोन भी कब्जे में लिए जा रहे हैं। पुलिस ने मामले में छह एफआईआर दर्ज कर 39 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली से संबंधित हैं। ज्यादातर अभ्यर्थी हरियाणा से हैं। अभ्यर्थियों में 35 पुरुष और पांच महिलाएं हैं। सोमवार को आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें एक से चार दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच के लिए एएसपी रतन सिंह नेगी की अगुवाई में एसआईटी गठित की है। बता दें कि रविवार को शिमला के छह परीक्षा केंद्रों में एक के बाद एक 39 अभ्यर्थी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से नकल करते पकड़े गए थे।
दो उम्मीदवार भाग निकले, एक और फर्जी अभ्यर्थी पकड़ा
पुलिस का कहना है कि जांच के समय दो उम्मीदवार परीक्षा के बीच ही भाग गए। उम्मीदवारों को पकड़ने का प्रयास किया गया, लेकिन मंदीप कुमार रोल नंबर 111222071 और अमन रोल नंबर 111222036 परीक्षा सेंटर की दीवार फांदकर भाग गए। इसी तरह एक सेंटर में एक और फर्जी अभ्यर्थी भी पकड़ा है। जतिन निवासी गांव बुड़ाबथरी तहसील शिकवाबाद जिला फिरोजाबाद यूपी का शख्स आलोक शर्मा के स्थान पर परीक्षा में उपस्थित हुआ था।