
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के मद्देनजर प्रदेश के मंदिरों में दक्षिण भारत की तर्ज पर श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। प्रदेश में धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। शक्तिपीठ चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, नयना देवी, चामुंडा जी के अलावा बाबा बालकनाथ मंदिर में बड़ी तादाद में श्रद्धालु आ रहे हैं। बड़े मंदिरों में सहूलियतें बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है। माता चिंतपूर्णी मंदिर में दर्शन के लिए लोगों को लंबी कतारों में न लगना पड़े, इसके लिए अलग काउंटर की व्यवस्था की गई है। इस तरह की सुविधाएं प्रदेश के अन्य मंदिरों में भी शुरू की जाएंगी। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार आधारभूत ढांचा विकसित करने पर भी जोर दे रही है।
अमर उजाला कॉफी टेबल बुक- बेस्ट ऑफ हिमाचल के लोकार्पण एवं पुरस्कार वितरण समारोह में पहुंचे मुकेश ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। अब फाइव स्टार होटल हिमाचल में आ रहे हैं। वाटर स्पोर्टर्स की भी संभावनाएं हैं। पर्यटकों और लोगों की सुविधा के लिए शिमला में रोप-वे समेत प्रदेश के कई परियोजनाओं पर काम हो रहा है। इससे शहरों में बढ़ती ट्रैफिक की समस्या से भी निजात मिलेगी। राज्य भाषा एवं संस्कृति विभाग के ऑडिटोरियम का किराया कम करने पर सरकार विचार करेगी, जिससे कलाकारों और अन्य लोगों को राहत मिलेगी। कहा कि हिमाचल में करीब 25 से 30 लाख गाड़ियां पंजीकृत हैं। यहां हर तीसरे व्यक्ति के पास वाहन है। ये प्रदेश की तरक्की को भी दर्शाता है। सरकारी क्षेत्र में आठ-नौ मेडिकल कॉलेज हो गए हैं। जहां डॉक्टरों कमी है, वह पूरी हो रही है।