
हिमाचल प्रदेश में अर्ली वैरायटी (अगेती किस्म) के सेब ने दस्तक दे दी है। राजधानी की भट्ठाकुफर फल मंडी में वीरवार को अन्ना किस्म सेब का 10 किलो का हाफ बॉक्स 1100 रुपये में बिका। हालांकि, यह व्यावसायिक किस्म नहीं है। यह गर्म इलाके का सेब है। इस माह के अंत तक रेड जून किस्म भी मंडियों में आ जाएगी। वहीं, जुलाई अंत तक सेब सीजन रफ्तार पकड़ेगा। फल मंडी में ऊपरी शिमला के कोटगढ़ की समातला पंचायत से अन्ना किस्म के सेब के दो हाफ और दो बॉक्स दो-दो किलो के पहुंचे थे। इस दौरान यह सेब पीआरजे ट्रेडर फर्म नं 53 पर बिका।
बागवान डीएस जिस्टू ने बताया कि सेब की शुरुआत मंडी में अच्छे दामों के साथ हुई है। आने वाले दिनों में उम्मीद है कि इससे और ज्यादा दाम मिलेंगे। इस वर्ष बीते वर्ष के मुकाबले सेब की फसल कम है। फर्म के संचालक अंशुमन ने बताया कि यह फल मंडी में इस सीजन की सेब की पहली खेप पहुंची है। इसमें हरा और लाल दोनों तरह के रंगों का सेब शामिल था। वहीं दो किलो का बॉक्स 80 रुपये में बिका। इस सेब का आकार छोटा था। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अन्ना सेब 10 दिन पहले मंडी में पहुंच गया है। आने वाले दिनों में सेब की अन्य किस्में भी मंडी में दस्तक देना शुरू कर देंगी।
अन्ना सेब की खासियत
अन्ना सेब हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड का एक स्थानीय सेब है, जो अपनी मिठास और कुरकुरेपन के लिए प्रसिद्ध है। इस सेब को गोल्डन डिलीशियस के नाम से भी जाना जाता है। यह जल्दी पक जाता है और गर्म जलवायु में भी अच्छी तरह से उगता है।