हिमाचल प्रदेश में मनरेगा कामगारों समेत दिव्यांग, स्ट्रीट वेंडर और एकल नारियाें को अब केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलेगा। प्रदेश में इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने करीब 90,000 परिवारों का चयन किया है। इन परिवारों में 3,29,000 लोग शामिल हैं। अभी तक इन लोगों को प्रदेश सरकार की हिमकेयर योजना में उपचार की सुविधा मिल रही थी। लेकिन अब केंद्र सरकार ने इन लोगों को आयुष्मान भारत में शामिल किया है। इन सभी लोगों के हिमकेयर कार्ड बंद कर आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं, जिससे उपचार के दौरान आयुष्मान कार्ड का लाभ उठा सकें। गौर रहे कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पांच लाख रुपये तक के उपचार की सुविधा दी जाती है अभी तक प्रदेश के कुछ ही लोग इस योजना में शामिल हैं और बीमारी के दौरान नि:शुल्क उपचार का अस्पतालों में लाभ ले रहे हैं। वहीं अब प्रदेश सरकार में मनरेगा वर्कर, 40 फीसदी से अधिक दिव्यांग लोगों, स्ट्रीट वेंडर और एकल नारियों के परिवारों का चयन किया है। इसके लिए जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को चयनित लोगों के कार्ड बनाने के लिए कहा है। इसके बाद चिकित्सा अधीक्षक ने खंड चिकित्सा अधिकारियों को कार्ड बनाने के निर्देश दे दिए हैं। साथ ही इन लोगों के हिमकेयर कार्ड रद्द करने के आदेश भी दिए हैं, जिससे जल्द इन लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा सकें। मैसेज और फोन के माध्यम से लोगों को करवाया अवगत
प्रदेश में मैसेज और फोन के माध्यम से इन सभी लोगों को अवगत करवा दिया है। साथ ही लोगों से आग्रह किया है कि जल्द वह आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए पंजीकरण करवाएं। वहीं जिला सोलन में भी करीब 8,370 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने हैं।