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भोजन अवकाश के दौरान बोर्ड के खिलाफ की नारेबाजी
सोलन, बद्दी, परवाणू में कर्मचारियों ने जताया रोष वेतन न मिलने पर प्रदेश विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों का रोष प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी रहा। बोर्ड के कर्मचारियों ने दोपहर भोजन अवकाश के दौरान बोर्ड के खिलाफ रोष जताया। साथ ही बोर्ड को जल्द वेतन देने का आग्रह किया। कर्मचारियों ने यह धरना सोलन, बद्दी और परवाणू में दिया। जहां पर जमकर नारेबाजी भी की गई। परवाणू में बोर्ड के तकनीकी कर्मचारी महामंडल की ओर से अध्यक्ष राज कुमार धर्माणी की अध्यक्षता में गेट मीटिंग की और रोष जताया गया।
उन्होंने कहा जनवरी माह की पांच तारीख को भी कर्मचारियों को वेतन और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन की अदायगी नहीं हुई है। जो पिछले 52 वर्ष में प्रदेश बिजली बोर्ड के इतिहास में पहली बार हुआ है। इसके चलते कर्मचारियों में खासा रोष है। वहीं बिजली बोर्ड के बद्दी व नालागढ़ के कर्मचारियों ने वीरवार को वेतन न मिलने पर बोर्ड के खिलाफ भोजन अवकाश के दौरान जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों का कहना है कि पांच दिन बीत जाने के बाद भी उन्हें वेतन नहीं मिला है। अकेले बीबीएन में 300 से अधिक कर्मचारियों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है।
बद्दी के कर्मचारी सगंठन, तकनीकी कर्मचारी, डिप्लोमा धारक समेत सभी यूनियन के पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया।। आपदा के दौरान बिजली बोर्ड पहला ऐसा विभाग है जो कंधे पर पोल उठा कर गांव-गांव तक पहुंचा। सड़क बंद होने के बाद विभाग ने जान जोखिम में डाल कर बिजली सुचारू की। लेकिन बोर्ड इसी विभाग की अनदेखी कर रहा है। जिससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
वहीं कॉट्रेक्टर यूनियन के महामंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि उन्हें पिछले कई माह से काम करने के बाद पैसा नहीं मिला है। जिससे उन्होंने अब काम करना छोड़ दिया है। उधर, बिजली बोर्ड के अधिशाषी अभियंता दीपक वर्मा ने बताया कि बीबीएन की करीब तीन सौ से अधिक कर्मचारियों ने भोजन अवकाश के दौरान अपने हक के लिए आवाज उठाई है। वह बिजली बोर्ड के कार्य को प्रभावित किए बगैर ही रोष जता रहे है।