छोटी काशी में सेवा का मौका मिलना बड़ों और ईश्वर का आशीर्वाद – अपूर्व देवगन

जिलाधीश मंडी अपूर्व देवगन ने कहा कि वे छोटी काशी मंडी में सेवा के मौके को बड़ों और ईश्वर का आशीर्वाद मानते हैं। उन्होंने ‘टीम वर्क’ की भावना से काम करके जिले में अच्छे कार्यों को गति देने तथा उनसे जिले के लिए अच्छे परिणाम हासिल करने की प्रतिबद्धता जताई। बता दें, 2015 बैच के आईएएस अधिकारी अपूर्व देवगन ने हाल ही में मंडी के 41वें जिलाधीश के तौर पर कार्यभार संभाला है।
वे मंगलवार को जिला मुख्यालय पर मीडिया संवाददाताओं से मुखातिब थे। उन्होंने जन समस्याओं को सामने लाने में मीडिया प्रतिनिधियों की फीडबैक को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इससे कमियों को दुरूस्त करने और व्यवस्था को सही करने में मदद मिलती है।

शिक्षा, बाल-महिला विकास तथा ठोस कचरा प्रबंधन पर विशेष फोकस
अपूर्व देवगन ने कहा कि पिछले मानसून में आई आपदा में मंडी जिला बड़े स्तर पर प्रभावित हुआ है। लोगों को व्यक्तिगत नुकसान के साथ ही सार्वजनिक संपत्ति की भी बहुत हानि हुई है। आपदा से उभरने के साथ ही पुनर्वास गतिविधियों पर बल रहेगा। प्रशासन द्वारा पहले ही आपदा प्रभावितों के अधिकतर मामलों में मुआवजा राशि जारी की जा चुकी है। सत्यापन के चलते यदि कुछ मामले शेष हों तो उन्हें भी सत्यापन प्रक्रिया के साथ ही जल्द से जल्द राशि जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में पूर्व के अच्छे कार्यों को आगे बढ़ाया जाएगा अपूर्व देवगन ने जिले में शिक्षा, बाल एवं महिला विकास तथा ठोस कचरा प्रबंधन पर विशेष फोकस की बात कही।

सबके सहयोग से मंडी शिवरात्रि का होगा सफल आयोजन
जिलाधीश ने कहा कि मंडी का अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव आने को है। यह हम सबके लिए एक बड़ा पर्व है। सबके सहयोग से इसका सफल आयोजन किया जाएगा। पूर्व में एसडीएम करसोग रहते उन्हें मंडी शिवरात्रि का अनुभव है। उसका लाभ होगा। सारी प्रशासनिक टीम और जन सहयोग से शिवरात्रि महोत्सव को पूरे हर्षोल्लास से मनाया जाएगा।
वहीं लोकसभा चुनाव भी मुहाने पर हैं। उन्हें लेकर भी पूरी मजबूती से काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन सब कामों के साथ प्रशासन के रोजाना के कार्य किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होंगे। लोगों को सुलभता से सेवा तथा सुविधा की उपलब्धता निर्बाध रहेगी।

परिवार का हमीरपुर से रहा है नाता
2015 बैच के आईएएस अधिकारी अपूर्व देवगन का परिवार मूलतः हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले से संबंध रखता है। उनके पिता वायु सेना में कार्यरत थे, उनकी पोस्टिंग के चलते परिवार अधिकतर बाहर रहा। माता शिक्षिका थीं। अपूर्व देवगन ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के उपरांत दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से मानव संसाधन प्रबंधन में एमबीए किया। आईएएस में आने से पहले वे यूपीएससी परीक्षा के जरिए भारतीय रेल सेवा में कार्यरत रहे। आईएएस में आने के बाद वे हिमाचल के बिलासपुर जिले में एसी के तौर पर प्रोबेशन में रहे। उसके बाद एसडीएम के तौर पर बंजार तथा करसोग में सेवाएं दीं। वे करीब दो साल एडीसी शिमला तथा उसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव रहे। मंडी में डीसी के तौर पर कार्यभार संभालने से पूर्व वे पिछले 10 महीने चंबा में डीसी थे।

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