हिंदी सबसे वैज्ञानिक भाषा, बोलियां इसकी ताकत : डॉ. चौहान

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एससीईआरटी सोलन में हिंदी प्रवक्ताओं के लिय छह दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. रामगोपाल शर्मा ने बताया कि इसमें बिलासपुर, किन्नौर, शिमला, सिरमौर, सोलन व ऊना जिला के 40 हिंदी प्रवक्ता भाग ले रहे हैं।


बुधवार को प्रात:कालीन सत्र में छात्रों में नशे की प्रवृत्ति, उसकी रोकथाम और उपचार विषय पर जिला कार्यक्रम समन्वयक (स्वास्थ्य ) डॉ. अजय सिंह द्वारा संवाद किया गया, जबकि धर्मपुर कॉलेज के सहायक आचार्य डॉ. जगदेव चंद शर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 : एक अवलोकन पर अपना व्याख्यान दिया।

वहीं सांध्यकालीन सत्र में हिमाचल प्रदेश में भाषा विज्ञान के बड़े हस्ताक्षर तथा फाइन आर्ट कॉलेज शिमला में हिंदी के सह आचार्य डॉ.उत्तम चौहान ने कहा कि हिंदी सबसे वैज्ञानिक भाषा है और बोलियां इसकी ताकत है। उन्होंने प्रवक्ताओं से उनकी स्थानीय बोलियों पर भी चर्चा की और आग्रह किया कि इसके प्रोत्साहन के लिए स्कूली स्तर पर बहुत कुछ किया जा सकता हैख् जो हमें करना चाहिए।


डॉ. राम गोपाल ने बताया कि एससीईआरटी सोलन समय-समय पर हिंदी व अन्य विषयों में सेवारत्त प्रवक्ताओं के लिए उनके प्रोफेशनल डवलपमेंट के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम करवाती है, जिससे उस विषय में नवीनतम शोध व जुड़ रहे आयामों का पता चल सके। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षकों के निरंतर व्यवसायिक विकास की बात करती है। शैक्षिक परिदृश्य के बदलते स्वरूपों के साथ तालमेल बिठाना आज के प्रतिस्पर्धी समय में जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

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