प्रदेश शिक्षा विभाग के सचिव सभी जिला के प्राथमिक व उच्च शिक्षा उपनिदेशकों और डाइट के डीपीओ के साथ बैठक करेंगे।
क्लस्टर सिस्टम में बदलाव के निर्णयों को लागू करने के लिए मंथन होगा। प्रदेश शिक्षा विभाग के सचिव सभी जिला के प्राथमिक व उच्च शिक्षा उपनिदेशकों और डाइट के डीपीओ के साथ बैठक करेंगे। मार्च माह में यह बैठक प्रस्तावित है। ऐसे में आगामी शैक्षणिक सत्र से पूर्व योजना में हुए बदलावों को स्कूलों में लागू करने का लक्ष्य विभाग की ओर से रखा गया है। इस बैठक में क्लस्टर सिस्टम में किए गए बदलावों को जमीनी स्तर पर लागू करने के लेकर दिशा निर्देश दिए जाएंगे। इसके साथ बैठक में इन निर्णय को लागू करने को लेकर जिला के अधिकारियों से सुझाव लिए जाएंगे।
क्लस्टर सिस्टम में 300 मीटर के दायरे को बढ़ाकर अब 500 मीटर करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश में जो स्कूल 300 मीटर के दायरे की शर्त के चलते क्लस्टर सिस्टम में शामिल नहीं हो पाए हैं उन स्कूलों को 500 मीटर के दायरे के तहत इस प्रणाली में लाया जाएगा। स्कूल की भौगालिक व अन्य परिस्थितियों को देखकर राहत भी प्रदान की जाएगी। मसलन यदि स्कूलों में संयुक्त प्रार्थना सभा, मिड-डे मील एक साथ करने की व्यवस्था संभव नहीं होगी तब इसमें राहत दी जाएगी। हालांकि इन स्कूलों में क्लस्टर सिस्टम की अन्य शर्तों को शामिल किया जाएगा।
मार्च माह में बैठक प्रस्तावित
प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर अशोक कुमार का कहना है कि योजना में सार्थक बदलाव किए जा रहे हैं ताकि बचे हुए स्कूलों को इस योजना में लाया जा सके। हालांकि इन स्कूलों को कई शर्तों से राहत दिए जाने की भी संभावना है। इस सिलसिले में शिक्षा सचिव के साथ मार्च माह में बैठक प्रस्तावित है।
300 मीटर के दायरे से 143 स्कूल क्लस्टर से बाहर
हमीरपुर जिला में क्लस्टर सिस्टम में 300 मीटर के दायरे की शर्त की वजह से 143 स्कूल इस योजना में शामिल नहीं हो सके हैं। जिला में 460 राजकीय प्राथमिक स्कूल हैं। अब बचे हुए स्कूलों को 500 मीटर के दायरे की शर्त के तहत इस प्रणाली में शामिल किया जाएगा।